सेक्स स्कैंडल, करप्शन और क्राइम...यही कुछ बड़े कारण होते हैं जिनकी वजह से कोई विधायक या मंत्री अपने पद से इस्तीफा देता है. लेकिन न्यूजीलैंड की एक सांसद ने दुकान में चोरी के आरोप के बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. Ghahraman का ये मामला हर तरफ चर्चा में है.
काम की वजह से हो रहा था तनाव
न्यूजीलैंड की ग्रीन पार्टी की इस सांसद का नाम Golriz Ghahraman है. Ghahraman पर शॉपलिफ्टिंग का आरोप लगा और उन्होंने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि हैरानी की बात ये है कि Ghahraman ने चोरी की बात से इनकार भी नहीं किया. Ghahraman ने कहा है कि उन्होंने तनाव की वजह से दुकानों में चोरी की है. Ghahraman ने अपनी इस हरकत का जिम्मेदार काम की वजह से होने वाले तनाव को ठहराया है. हालांकि वह इस चोरी को सही नहीं मानती लेकिन वे चाहती हैं कि लोग उनके ऐसा करने के पीछे की वजह जानें.
दुकानों में चोरी के आरोप को लेकर Ghahraman ने क्या कहा?
42 वर्षीय Ghahraman पर बुटीक कपड़ों की दुकानों पर चोरी के तीन आरोप हैं. कथित तौर पर चोरी की दो घटनाएं ऑकलैंड लग्जरी कपड़ों की शॉप में हुईं तो वहीं दूसरी घटना वेलिंगटन के क्लोदिंग रिटेलर शॉप में हुई. चोरी की इस घटना की जानकारी पहली बार 10 Newstalk ZB Plus पर दी गई थी. पुलिस ने माना कि वे इस मामले की जांच कर रही है लेकिन Ghahraman का नाम बताने से इनकार किया.
फिर क्या था आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए Ghahraman ने मंगलवार को ही तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा, ''मेरे लिए यह स्पष्ट है कि मेरे काम की वजह से होने वाले तनावों के कारण मेरा मेंटल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. इसने मुझे उन तरीकों से काम करने के लिए फोर्स किया है जो मैं नहीं हूं. मैं कोई बहाना नहीं बना रहा हूं, लेकिन मैं ये बताना चाहती हूं. लोगों को अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से अच्छे व्यवहार के अपेक्षा करनी चाहिए. मैं इसमें कम पड़ गई. मुझे माफ करें. मैं अपनी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को छिपाना नहीं चाहती. मैं अपने कामों की पूरी जिम्मेदारी लेती हूं, इसका मुझे बहुत अफसोस है. मैंने बहुत से लोगों को निराश किया है. मेरी मेंटल हेल्थ के लिए यही ठीक रहेगा कि मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूं.
अब सवाल उठता है काम का प्रेशर का किसी तरह का आपका निजी तनाव आपको शॉप लिफ्टिंग (चोरी) जैसे काम करने पर मजबूर कर सकता है?
क्लिप्टोमेनिया के शिकार लोग करते हैं चोरी
शॉपलिफ्टिंग चोरी का सबसे आम रूप है. बहुत से लोग इसे बड़ी ही आसानी से अंजाम दे देते हैं. कुछ लोग मानते हैं कि शॉपलिफ्टिंग impulse control disorder का एक रूप है. इसे क्लिप्टोमेनिया से जोड़कर भी देखा जाता है. जो भी इंसान क्लिप्टोमेनिया की गिरफ्त में आता है, उसे चोरी करने की लत लग जाती है. कई लोग ये भी मानते हैं कि अवसाद, चिंता, ट्रॉमा और तनाव जैसी मानसिक स्थिति किसी को भी दुकानों में चोरी के लिए प्रेरित कर सकती है.
तनाव की वजह से लोग करते हैं चोरी
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि कई लोगों को इसमें मजा आता है. कई लोग इस स्ट्रेस रिलीज का जरिया भी बताते हैं. अपनी किताब Something for Nothing: Shoplifting Addiction and Recovery में Terrence Daryl Shulman लिखते हैं, अधिकांश लोग जो चोरी का सहारा लेते हैं वे वास्तव में 'मदद के लिए चिल्ला रहे हैं.' यहां तक कि नेशनल एसोसिएशन फॉर शॉपलिफ्टिंग प्रिवेंशन (एनएएसपी), के अनुसार चिंता और तनाव की वजह से लोग चोरी करना, शराब पीना या ओवर इंटिंग करते हैं.
चोरी करने का अफसोस भी होता है
चोरों से जब चोरी की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा, जब वे चोरी करते हैं तो उनका मूड अच्छा हो जाता है. दुकानों से सामान उठा लेने से डोपामाइन रिलीज होता है, जिसे 'फील गुड' हार्मोन भी कहा जाता है. इसलिए जब कोई इंसान तनावग्रस्त होता है और अच्छा महसूस करना चाहता है, तो वह शॉपलिफ्टिंग करता है. इस बीमारी से पीड़ित लोग प्रोफेशनल चोर नहीं होते हैं लेकिन मौका मिलते ही हाथ साफ करना भी नहीं भूलते. इन लोगों को चोरी करने के बाद बुरा भी लगता है. इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति शॉप पर सामान खरीदने जाता है लेकिन दूसरा सामान पसंद आने पर उसे चुरा लेता है.