टेक्नोलॉजी के दौर में अब सरकारी विभागों में भी इसका इस्तेमाल होने लगा है. इसी टेक्नोलॉजी को जरिया बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में यहां के पुलिस अधीक्षक ने एक ऐसी नई शुरुआत की है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. यही नहीं पुलिस अधीक्षक की इस पहल से लोगों का पुलिस पर भरोसा भी बढ़ रहा है.
जनसुनवाई का नया तरीका
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनसुनवाई शुरू की गई है. लेकिन यहां पर जनसुनवाई का तरीका कुछ अलग है. दरअसल यहां के एसपी आदित्य लांग्हे जनसुनवाई के तरीके में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं. 10 बजे से 2 बजे तक रोजाना यहां पर जनसुनवाई होती है और इस दौरान जिले के सभी थाना अध्यक्ष जूम मीटिंग के जरिए ऑनलाइन रहते हैं.
नई पहल की हर तरफ चर्चा
एसपी उस थानाध्यक्ष या दिवसाधिकारी को वीडियो चैट के माध्यम से फरियादी के सामने ही शिकायत के संबंध में जानकारी लेते हैं और निर्देशित करते हैं. एसपी की इस नई पहल से एक तरफ जहां जन शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही अमल में लाई जाती है. वहीं दूसरी तरफ शिकायतकर्ता को भी संतुष्टि मिलती है कि उनकी शिकायत पर त्वरित कार्यवाही होगी. चंदौली एसपी आदित्य लांग्हे की इस नई पहल की इन दिनों पूरे जनपद में चर्चा है.
आमने सामने होती है बात
अपनी इस नई पहल के बारे में चंदौली के एसपी आदित्य लांग्हे बताते हैं कि प्रत्येक दिन जनसुनवाई में शिकायतकर्ताओं से प्रार्थना पत्र लिया जाता है. गूगल मीट के जरिए सभी थानाध्यक्षों को ऑनलाइन जोड़कर शिकायतकर्ता अपनी बात कहते हैं. जो आवेदक होता है और जो थाना इंचार्ज होता है वह आमने-सामने होते हैं. इसमें अगर थाने पर पहले से शिकायत आई हुई है तो थाने पर क्या कार्रवाई हुई, और शिकायतकर्ता की मेरिट के आधार पर थानाध्यक्ष को निर्देश दिए जाते हैं कि उनके शिकायत का निपटारा करेंगे, अगर पूर्व में कोई शिकायत आई हुई है तो वह बात भी सामने आ जाती है. इससे एक पारदर्शिता बनी रहती है और शिकायतकर्ता को भी पता चलता है कि थाना स्तर पर क्या निर्देश दिए गए हैं. और अगर किसी शिकायतकर्ता के स्तर पर कोई कमी है तो वह भी तत्काल संज्ञान में आ जाती है.
सभी की समस्याएं हल हो सकती हैं
टेक्नोलॉजी के इस तरह से इस्तेमाल के संदर्भ में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह प्रक्रिया कुछ एक जनपदों में चल रही है. जनपद चंदौली में पहली बार शुरुआत की गई है और इसमें यही सबसे अच्छी चीज है कि टेक्नोलॉजी और एआई के जमाने में हम लोग सरकार में अधिक से अधिक पारदर्शिता अगर ला पाते हैं तो इसमें सभी की समस्याएं हल हो सकती हैं.
फरियादी आकिब बातचीत में बताते हैं, हमने कप्तान साहब को अपनी फरियाद दी तो उन्होंने नजदीकी थाना इंचार्ज से वीडियो कॉल पर बात किया. मामले की जांच हो रही है. यह सिस्टम बहुत अच्छा है तुरंत जांच हो रही है और तुरंत कार्रवाई हो जा रही है.
फरियादी शशिकांत यादव बताते हैं, उन्होंने वीडियो कॉलिंग बात किया मुझे बहुत अच्छा लगा. पहले जो सब लोग फोन से बात करते थे अब वह वीडियो कॉलिंग से कर रहे हैं. हमें बहुत अच्छा लगा. इस तरीके से हम लोगों को न्याय जल्दी मिलेगा.