छत्तीसगढ़ के मुंगेली में तैनात एक युवा आईएएस अधिकारी ने जिले में बेरोजगारी की चुनौती का समाधान खोजने के लिए अनोखे प्रयास किए हैं. अगस्त 2022 में कलेक्टर राहुल देव ने 'सशक्त युवा, सशक्त मुंगेली' के उद्देश्य से 'आकांक्षा' की शुरुआत की, जिसके माध्यम से बेहतर जीवन जीने के लिए स्थानीय युवाओं की महत्वाकांक्षा को पूरा करना है. 2016-बैच के इस IAS अधिकारी ने उपयुक्त उम्मीदवारों को कंपनियों से जोड़ने का प्रयास किया है. इस पहल ने नौकरियों की तलाश कर रहे कई युवाओं को उनके लिए खुल रहे विभिन्न विकल्पों के बारे में जानने का मौका मिल रहा है.
1600 से ज्यादा युवाओं को मिला रोजगार
मुंगेली प्रशासन रोजगार पाने के लिए मेहनत करने वालों और रोजगार देने वालों के बीच एक पुल के रूप में काम कर रहा है, जिससे युवाओं के लिए अवसर खुल रहे हैं. जिले में ग्रामीण लोग ज्यादा हैं जिसमें अनुसूचित जाति की आबादी प्रमुख है. 'आकांक्षा' की मदद से 1600 से ज्यादा युवाओं को प्लेसमेंट मिला है, जिन्हें जिले का दौरा करने वाली मशहूर निजी कंपनियों ने चुना है.
IAS देव ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उनके अभियान में, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अच्छे करियर का लक्ष्य रखने वाले युवा और आजीविका स्रोत के रूप में किसी भी उत्पादक क्षेत्र में काम करने के इच्छुक महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) या अन्य जो उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं, शामिल हैं.
दूसरे जिलों में मॉडल हुआ रेप्लिकेट
इस मुंगेली मॉडल को राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया गया है. जिला कलेक्टर परियोजना के प्रमुख रहते हैं और उनका कार्यालय निर्देश देने, पर्यवेक्षण करने और किसी भी प्रश्न का समाधान करने के लिए कॉमन जंक्शन के रूप में कार्य करता है. इस पहल को प्रभावी समर्थन देने के लिए विभिन्न विभाग शामिल हुए हैं. राष्ट्रीय सूचना केंद्र तकनीकी समाधान देता है क्योंकि डिजिटल प्रारूप में बहुत सारा काम किया गया है. एक जिला कॉल सेंटर ने अभियान को प्रसारित करने और प्रचारित करने में मदद की. ज्यादा एंट्रीज हासिल करने के लिए Google लिंक और QR कोड बनाए और प्रसारित किए गए हैं.