
क्या ऑनलाइन गेम में थप्पड़ पड़ने पर आप किसी कंपनी को नोटिस भेज सकते हैं? कम से कम भारत में तो ऐसा नहीं होता. लेकिन चीन में एक लड़के को वर्चुअली थप्पड़ खाना इस कदर नागवार गुजरा कि उसने कंपनी को नोटिस भिजवा दिया.
गेम में पड़े 4,800 बार थप्पड़
चीन में Qiaoben नाम के एक शख्स ने गेमिंग कंपनी Three Kingdoms Kill Online के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, जिसमें उसने आरोप लगाया है कि गेम के दौरान उसे 4,800 बार से ज्यादा बार वर्चुअल थप्पड़ पड़े. इस वजह से उसे डिप्रेशन का सामना करना पड़ा. यह मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है.
हारने वाले लोग उनपर अंडे और चप्पलों से हमला करते
Qiaoben इस गेम में हाई रैंक होल्डर है. इस गेम में चार से आठ खिलाड़ी एक साथ खेलते हैं और हर गेम में 10 से 30 मिनट का समय लगता है. किओबेन ने बताया कि जब वो जीतते थे तो हारने वाले लोग उनपर अंडे और चप्पलों से हमला करते थे. जिससे उनके चेहरे पर वर्चुअल थप्पड़ लगते थे. Qiaoben ने पिछले छह महीनों में करीब 4,800 से अधिक बार थप्पड़ों का सामना किया है. Qiaoben ने यह भी कहा कि एक बार तो उन्हें 90 सेकंड से अधिक समय तक वर्चुअल थप्पड़ सहना पड़ा.
आत्म-सम्मान को ठेस पहुंची
किओबेन ने बताया कि चूंकि यह थप्पड़ सभी खिलाड़ी देख सकते थे इसलिए उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंची और उन्हें मानसिक दबाव का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, "हर बार जब मुझे अंडे लगते हैं, मुझे लगता है कि मेरी इज्जत को चोट पहुंची है और मुझे डिप्रेशन का सामना करना पड़ता है," अंडे और चप्पलें गेम में फ्री में मिल जाती हैं और लोग उनसे हमला भी कर सकते हैं.
गेमिंग कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया
किओबेन ने यह आरोप लगाया कि गेमिंग कंपनी इन आपत्तिजनक आइटम्स को फेंकने की अनुमति देती है और इससे मुनाफा कमाती है. कई बार कस्टमर केयर पर शिकायत करने के बाद अब जाकर उन्होंने गेमिंग कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया है, हालांकि मुआवजे की राशि अभी तक घोषित नहीं की गई है. कंपनी की तरफ से कहा गया है कि इस तरह के आइटम गेम का हिस्सा हैं, लेकिन इस पर अब प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
अब गेम छोड़ देना चाहिए
सोशल मीडिया पर यूजर ने लिखा, "कोई फर्क नहीं पड़ता कि खिलाड़ी कितना मजबूत है, उसे अंडों और चप्पलों से हराया जा सकता है." एक अन्य यूजर ने लिखा, "किओबेन थोड़ा दुखद है, लेकिन साथ ही थोड़ा हास्यास्पद भी है. अब उसे इस खेल को छोड़ देना चाहिए." एक अन्य नेटिजन ने अपनी अनुभव साझा करते हुए लिखा, "हर बार जब मैं लॉग इन करता था, मुझे मारा जाता था, जिससे मुझे मानसिक आघात पहुंचा."