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6 लाख साल से भी ज्यादा पुरानी है दुनिया की सबसे पॉपुलर Coffee, भारत से है यह कनेक्शन

हाल ही में हुई एक स्टडी में खुलासा हुआ है कि Coffee Arabica की दुनिया में लगभग 600,000 साल पहले उत्पत्ति हुई थी और यह सबसे पॉपुलर कॉफी है.

Coffee Coffee

नेचर जेनेटिक्स में पब्लिश लेटेस्ट स्टडी से पता चला है कि कॉफ़ी अरेबिका, कॉफ़ी की सबसे अधिक खपत की जाने वाली किस्म है, जो 600,000 साल से दस लाख साल पहले इथियोपिया में विकसित हुई थी. बफ़ेलो विश्वविद्यालय ने कॉफी जीनोम की स्टडी की, जिसे नेस्ले ने फंड किया है. इस स्टडी से पता चला है कि यह फसल जंगल में उगती है, और इसमें मनुष्यों की कोई भूमिका नहीं होती है, और यह क्लाइमेट चेंज से बच सकती है.

खराब जेनेटिक डाइवर्सिटी के कारण अरेबिका की आबादी घट गई है, जिसका इस्तेमाल स्टारबक्स और टिम हॉर्टन्स जैसी लोकप्रिय कॉफी चेन्स करती हैं, और यह फसल अब कीटों और बीमारियों के प्रति संवेदनशील बन गई है. उदाहरण के लिए, कॉफी के अन्य प्रकारों में से एक, रोबस्टा (मुख्य रूप से इंस्टेंट कॉफी बनाने में उपयोग किया जाता है), अरेबिका और कैनेफोरा की ब्रीडिंग से पैदा होती है. रोबस्टा अरेबिका की तुलना में रोगों के प्रति ज्यादा प्रतिरोधी है.

कॉफ़ी का इतिहास
माना जाता है कि कॉफी की उत्पत्ति प्री-हिस्टोरिक समय में इथियोपिया के जंगलों में हुई थी. लेकिन 15वीं शताब्दी तक यह एक वैश्विक स्तर पर नहीं जानी जाती थी. तब यमन और अरब प्रायद्वीप के अन्य हिस्सों में इसकी खेती शुरू हुई. अमेरिका के नेशनल कॉफी एसोसिएशन का कहना है कि वेनिस से ओटोमन साम्राज्य की यात्रा करने वाले व्यापारियों की बदौलत कॉफी 17वीं सदी में यूरोप पहुंची. 

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कॉफ़ी संभवतः उसी समय के आसपास भारत पहुंची होगी. मान्यता है कि सूफी संत बाबा बुदान इस 'जादुई पेय' से इतने प्रभावित थे कि मक्का से वापस आते समय उन्होंने अपनी दाढ़ी में कॉफी की सात फलियां छुपा लीं. माना जाता है कि संत ने इन्हें आधुनिक कर्नाटक के चिक्कमगलुरु में पहाड़ियों पर लगाया था, जिससे बाबा बुदनगिरी नाम पड़ा, जहां उनकी समाधि स्थित है.