नेताओं और अधिकारियों को तो आपने बॉडीगार्ड के साथ घूमते जरूर देखा होगा लेकिन आज हम आपको ऐसे शख्स से मिलवाएंगे जो काम तो कुली का करता है लेकिन दो-दो सुरक्षा गार्ड्स उसकी सिक्योरिटी में लगाए गए हैं. पटना जंक्शन पर लोगों का बोझ उठाने वाले इस कुली का नाम है धर्मा. वे बिहार के आरा के रहने वाले हैं. 1989 से धर्मा पटना जंक्शन पर कुली का काम करते हैं.
पटना सीरियल ब्लास्ट से जुड़ा है मामला
दरअसल, साल 2013 में बीजेपी की हुंकार रैली के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण पटना के गया गांधी मैदान में हो रहा था तभी सबसे पहला बम धमाका पटना जंक्शन के 10 नंबर प्लेटफार्म के बाथरूम में हुआ. इसके बाद पटना के गांधी मैदान में सीरियल ब्लास्ट हुआ था. पटना जंक्शन पर ब्लास्ट के बाद धर्मा कुली ने एक आतंकी इम्तियाज अंसारी को धर दबोचा था और पुलिस के हवाले कर दिया.
धर्मा कुली अगर इम्तियाज को नहीं पकड़ता तो शायद गांधी मैदान ही नहीं बोधगया बम ब्लास्ट की घटना का पर्दाफाश नहीं होता. इस घटना में धर्मा कुली एनआए की ओर से चश्मदीद गवाह बना था. जिसके बाद धर्मा को लगातार जान से मारने की धमकी मिलती रही, इतना ही नहीं 2016 में उनपर हमला भी हुआ.
धर्मा को पाकिस्तान से भी लगातार धमकी मिलती रही जिसके बाद धर्मा ने कोर्ट में गुहार लगाई. घटना के दस साल बाद 2023 के अप्रैल में धर्मा को दो सुरक्षा गार्ड मिले, जिसमे एक जीआरपी का जवान है और दूसरा बिहार पुलिस का.
27 अक्टूबर 2013 को गांधी मैदान में भाजपा की हुंकार रैली के दौरान पटना में कई बम धमाके हुए थे. इनमें सात लोगों की मौत हो गई थी. करीब 100 लोग घायल हुए थे.
-सुजीत गुप्ता की रिपोर्ट
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