जिस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा बढ़ता जा रहा है उससे साइबर अपराधियों के तरीके भी लगातार बदलते जा रहे हैं. साइबर अपराध की दुनिया में नए शब्द भी घड़े जा रहे हैं. उसी में एक शब्द है डिजिटल अरेस्ट. फरीदाबाद में इसी तरह का एक मामला सामने आया है, जिसमें एक छात्रा को 17 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया और उससे ढाई लाख रुपए ठग लिए.
फरीदाबाद में स्टूडेंट को किया डिजिटल अरेस्ट
फरीदाबाद की अनन्या मंगला ने साइबर क्राइम थाने में एक शिकायत दी है. शिकायत में अनन्या मंगला ने बताया कि 12 अक्टूबर को उसके पास एक कॉल आया जिसमें कॉलर ने खुद को लखनऊ कस्टम विभाग का अधिकारी बताते हुए कहा कि एक पार्सल कंबोडिया भेजा जा रहा है जिसमें काफी संख्या में पासपोर्ट और अन्य कार्ड है. यह पार्सल आपके आधार नंबर से लिंक है. इसके लिए आपको आज ही एफआईआर करवानी पड़ेगी वरना आपको लखनऊ कोर्ट में पेश होना पड़ेगा.
पुलिस, सीबीआई के सामने नकली पेशी
इसके बाद साइबर अपराधियों ने अनन्या को स्काईप एप पर आने को कहा और उसके बाद बोला कि अब हम आपको पुलिस अधिकारियों से जोड़ रहे हैं जिसके बाद अनन्या के स्काइप पर पुलिस थाने का बैकग्राउंड दिखाई देने लगा और उसमें पुलिस की वर्दी पहने लोग दिखाई दिए. इसके बाद पुलिस अधिकारी ने अनन्या से कहा कि हम आपका आधार कार्ड अपने सेंटर में चेक करते हैं फिर कुछ देर बाद उसने कहा कि आपके खिलाफ तो पहले ही एक एफआईआर दर्ज है, जिसमें एक बैंक के अधिकारी का नाम लेते हुए कहा कि आप उससे एसोसिएटेड हैं और उसके खिलाफ ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि सीबीआई अधिकारी भी हमारे बिल्डिंग में बैठते हैं हम उनसे आपकी बात करते हैं जिस पर सीबीआई अधिकारी ने अनन्या से कहा कि जितने कीमत के आपके खिलाफ चार्ज हैं उसका 5% यानी 15 लाख रुपए आपको अभी देना होगा वरना आपको अरेस्ट करना पड़ेगा. इतने पैसे देने में जब अनन्या ने अपनी असमर्थता जताई तो उन्होंने कहा कि हम आपकी मदद कर रहे हैं और आपको डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं. इस दौरान आपको अपना स्काइप बंद नहीं करना होगा हम आपकी आवाज सुनते रहेंगे.
17 दिन तक किए रखा अरेस्ट
दरअसल अनन्या अपनी आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जा रही थी, इसके चलते अपने हॉस्टल की फीस के लिए रखे हुए ढाई लाख रुपए उसने आरोपियों के बताए खाते में ट्रांसफर भी कर दिए. इसके बाद वह लगातार अन्य पर दबाव बनाते रहे कि वह अपने पिता से रुपए ले लेकिन कई दिनों के प्रयास के बाद भी जब आरोपी और पैसे लेने में सफल नहीं रहे तो उन्होंने अनन्या से कहा कि अब हम आपका डिजिटल अरेस्ट खत्म कर रहे हैं आप अपना स्काइप अकाउंट अब लॉग आउट कर सकती हैं.
-सचिन गौड़ की रिपोर्ट