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Cyber Pathshala: फेसबुक प्रोफाइल को हमेशा रखें लॉक... जहां-तहां से नहीं खरीदें सिम कार्ड... हुगली ग्रामीण पुलिस के एसपी सीखा रहे स्कूल बच्चों को साइबर क्राइम से बचने के गुर

Cyber Awareness: देश में साइबर क्राइम के मामले इन दिनों बढ़ गए हैं. आए दिन साइबर ठगी की घटनाएं सामने आती रहती हैं. कई बार लोग जानकारी के आभाव में इसके शिकार हो जा रहे हैं. बच्चे साइबर अपराधियों के चंगुल में न फंसे इसके लिए आईपीएस अधिकारी साइबर पाठशाला चला रहे हैं. हुगली ग्रामीण पुलिस के एसपी स्कूल बच्चों को साइबर क्राइम से बचने के गुर सीखा रहे हैं.

Cyber Pathshala Cyber Pathshala
हाइलाइट्स
  • आईपीएस अधिकारी चला रहे साइबर पाठशाला 

  • सोशल मीडिया में व्यक्तिगत जानकारी नहीं करें शेयर 

पश्चिम बंगाल (West Bengal) के हुगली (Hooghly) में आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में अभिनव पाठशाला की शुरुआत की गई है. हुगली ग्रामीण पुलिस के एसपी कामनाशीश सेन खुद स्कूली बच्चों को साइबर क्राइम से बचने के गुर सिखा रहे हैं. एसपी का कहना है कि इस अभियान से सिर्फ बच्चों को ही नहीं बल्कि उनके माता-पिता को भी फायदा होगा. बच्चे खुद को फेसबुक, इंस्टाग्राम के माध्यम से होने वाले ब्लैकमेलिंग के ट्रॉमा से बचाने में कामयाब होंगे.

सप्ताह के तीन दिन क्लास 
हुगली ग्रामीण पुलिस के तरफ से एसपी कामनाशीश सेन के नेतृत्व में हरीपाल में स्कूली बच्चों के लिए एक अभिनव पाठशाला की शुरुआत की गई है. इस पाठशाला का नाम साइबर पाठशाला रखा गया है. इसमें 50 स्कूल के बच्चों को एक साथ लेकर एसपी समेत जिला पुलिस के आला अधिकारी साइबर क्राइम से बचने के गुर सिखाएंगे.

सप्ताह के तीन दिन यहां क्लास लगेगी. प्रयोग के तौर पर पांच स्कूल के छात्र-छात्राओं को लेकर इसकी शुरुआत की गई है. बाद में प्रत्येक इलाकों में 50 स्कूल करके छात्र-छात्राओं को लेकर इस मुहिम को आगे बढ़ाया जाएगा. हुगली ग्रामीण पुलिस की तरफ से अभिनव पाठशाला इसलिए स्कूली बच्चों के बीच शुरू की गई है ताकि बच्चे देश और समाज का भविष्य हैं. वे साइबर पाठशाला में साइबर क्राइम से बचने के गुर हासिल कर अपने माता-पिता के साथ-साथ अपने परिवार के बड़ों और छोटों को इस साइबर क्राइम से बचने के बारे में सीखा सकते हैं.

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नकेल कसने में मिलेगी मदद
हुगली ग्रामीण पुलिस के एसपी कामनाशीश सेन ने कहा कि आजकल स्कूली छात्र-छात्राओं में विशेष रूप से देखा जा रहा है कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर का इस्तेमाल करके ब्लैकमेलिंग का शिकार हो रहे हैं. फेसबुक में कई बार फ्रेंड रिक्वेस्ट आने के पर छात्र-छात्राएं या नौजवान उसे एक्सेप्ट कर लेते हैं. उसके बाद उन पर ब्लैकमेलिंग का सितम ढहना शुरू हो जाता है.

कई बार यह लोग अपने कुछ तस्वीरें दूसरे छोर वाले व्यक्ति को शेयर कर देते हैं. इसके बाद उन्हें भयानक दौर से भी गुजरना पड़ता है. इसके अलावा लोग आर्थिक रूप से ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं. जानकारी और सावधानी से इस पर नकेल कसने में भी काफी मदद मिलेगी. 

अनजान कॉल को रिसीव करने से बचें
एसपी ने बताया कि अपने सरकारी दस्तावेज की प्रतिलिपियां जहां-तहां नहीं दें. सड़क के किनारे छाते लगाकर बैठने वाले वेंडर से सिम कार्ड नहीं खरीदें. टेलीकॉम कंपनी के अधिकृत विक्रेताओं से ही सिम खरीदें. अपने फोटोग्राफ या बायोमीट्रिक लेने के प्रासंगिकता को सत्यापित कर लें. इसके अलावा अपने फेसबुक प्रोफाइल को लॉक करें.

इंस्टाग्राम प्रोफाइल को निजीकृत करें. व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, जी-मेल पर हमेशा टू स्टेप वेरीफिकेशन को चालू करें. अपने व्हाट्सएप प्रोफाइल की फोटो को हमेशा माई कांटेक्ट पर ही सेट करें. अनजान कॉल से बचने के लिए हमेशा डू नॉट डिस्टर्ब परीसेवा को चालू कर रखें. सोशल मीडिया में व्यक्तिगत जानकारी नहीं शेयर करें और न ही अनजान वीडियो कॉल को रिसीव करें. उन्होंने कहा कि हरीपाल के अलावा इस तरह की अभिनव पाठशाला हुगली ग्रामीण पुलिस के विभिन्न इलाकों में शुरू की जाएगी. इसे साइबर क्राइम से बचने की मुहिम में पुलिस को काफी सफलता मिलेगी.

साइबर फ्रॉड होने पर हमें क्या करना चाहिए 
इस अभिनव पाठशाला के बारे में यहां पढ़ रही सिंगूर गुलाब मोहिनी मल्लिक हाई सेकेंडरी स्कूल के नौंवीं की छात्रा तिथि माझी ने बताया कि इस साइबर पाठशाला के माध्यम से वे साइबर क्राइम के बारे में अनेक नए-नए तथ्य जान रही हैं. इस पाठशाला के माध्यम से हमें यह भी जानकारी मिली कि साइबर फ्रॉड होने पर हमें क्या करना चाहिए और इससे बचने के लिए हमें किस तरह से सजग रहना चाहिए.

इस विशेष साइबर पाठशाला के अंग के रूप में शामिल सिंगूर के बारूईपाड़ा राखाल विद्यापीठ की शिक्षिका मनीषा पुरकायस्थ में बताया कि इस तरह के अभिनव प्रयास से छात्र-छात्राओं में साइबर क्राइम के प्रति ज्ञान का भंडार बढ़ेगा. आज के आधुनिक युग में सोशल मीडिया का उपयोग करने से पहले छात्र-छात्राएं यह जानकारी हासिल कर पाएंगे कि किन-किन चीजों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है.

(भोलानाथ साहा की रिपोर्ट)