बात स्ट्रीट शॉपिंग की हो तो दिल्ली के सरोजिनी नगर मार्केट को कोई मात नहीं दे सकता है. इसी तरह, कमला नगर, लाजपत नगर जैसी मार्केट भी लोगों के बीच काफी पॉप्यूलर हैं. लेकिन अब बहुत जल्द आपके इन फेवरेट मार्केट्स की कायापलट होने वाली है. जी हां, दिल्ली सरकार कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कीर्ति नगर बाजारों को 'विश्व स्तरीय' (World Class) बनाने के लिए उनका पुनर्विकास करेगी.
सोमवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा की. यह फैसला दिल्ली सरकार के रोजगार बजट 2022-23 के अनुसार लिया गया है ताकि लोगों को रोजगार के ज्यादा अवसर मिलें. केजरीवाल का कहना है कि उन्होंने पहले चरण में पुनर्विकास के लिए पांच बाजारों के नामों को अंतिम रूप दिया है और इन बाजारों की यूएसपी को लिस्ट किया है.
अलग-अलग वजह से फेमस हैं ये बाजार
जिन 5 बाजारों को दिल्ली सरकार ने चुना है, वे लोगों के बीच शॉपिंग के लिए बहुत फेमस हैं. दिलचस्प बात यह है कि ये सभी बाजार एक-दूसरे से अलग हैं. बात अगर कमला नगर की करें तो यह जगह युवाओं के बीच हैंगआउट के लिए मशहूर है. खासकर कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस के छात्रों के बीच.
वहीं, खारी बावली को दुनिया से सबसे अच्छे मसाले बाजारों में से एक माना जाता है. यहां पर आपको ऐसे-ऐसे मसाले मिलेंगे जिनके नाम भी आपने नहीं सुने होंगे. जबकि लाजपत नगर को शादी की खरीदारी के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन कहा जाता है. सरोजिनी नगर अपने स्ट्रीट फैशन के लिए मशहूर है. और कीर्ति नगर फर्नीचर और घरेलू साज-सज्जा के सामान के लिए मशहूर है.
आयोजित की जाएगी डिजाइन प्रतियोगिता
केजरीवाल ने मीडिया को बताया कि इस पुनर्विकास योजना को अंतिम रूप देने के लिए एक डिजाइन प्रतियोगिता होगी. जिसमें देश के सर्वश्रेष्ठ डिजाइनर और आर्किटेक्ट भाग लेंगे. सरकार अगले छह सप्ताह में इस डिजाइन प्रतियोगिता की घोषणा करेगी. इन बाजारों का पुनर्विकास प्रतियोगिता से मिलने वाले सर्वश्रेष्ठ डिजाइन के आधार पर किया जाएगा.
कहा जा रहा है कि पुनर्विकास से न केवल इन बाजारों में ग्राहकों की संख्या और व्यापार में बढ़ोतरी होगी बल्कि रोजगार पैदा करने में भी मदद मिलेगी. पुनर्विकास योजना में बाजारों की सड़कों को मजबूत किया जाएगा. बाजारों के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ सीवर लाइन और पानी की लाइनों को सुव्यवस्थित किया जाएगा.
22 अप्रैल को दिया था विज्ञापन
सरकार ने बाजारों के पुनर्विकास के लिए बाजार संघों से आवेदन आमंत्रित करते हुए 22 अप्रैल 2022 को एक विज्ञापन दिया था. जिसके बाद 33 बाजारों के 49 व्यापारी संघों ने रुचि दिखाई. इसके बाद सरकार ने आठ सदस्यीय चयन समिति बनाई थी, जिसने आवेदनों की जांच की और नौ बाजारों को चुना.
इन 9 में से पांच बाजारों को पुनर्विकास के लिए चुना गया. आपको बता दें कि चयन समिति में स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, लोक निर्माण विभाग, दिल्ली जल बोर्ड और दो व्यापारी संघों के प्रतिनिधि शामिल थे. पैनल की अध्यक्षता दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक ने की थी.
दिल्ली सरकार के अनुसार, 2022-23 वित्तीय वर्ष में कार्यक्रम के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं और अनुमान है कि इस पहल के माध्यम से 1.5 लाख रोजगार के अवसर मिलेंगे. सरकार का लक्ष्य चयनित बाजारों को फिर से डिजाइन करना, भीड़भाड़ कम करना और पुनर्विकास करना है.