अर्चना दुबे ने कुछ साल पहले अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी कर मैनेजमेंट सेक्टर में जॉब की शुरुआत की थी. अनुभव के साथ साथ पैकेज भी बढ़ता गया. लेकिन साल 2019 में कोरोना काल के दौरान जब कुछ रुक गया था तब अर्चना को लगा कि उन्हें अपना एक स्टार्टअप शुरू करना चाहिए. और यह स्टार्टअप ऐसा हो जो पर्यावरण को प्लास्टिक जैसी हानिकारक चीजों से बचाए.
नौकरी छोड़ने पर रिश्तेदारों ने उड़ाया था मजाक
शुरुआत में नौकरी छोड़ने के बाद रिश्तेदारों ने उनका मजाक उड़ाया. उनसे कहा कि मैनेजमेंट सेक्टर की नौकरी छोड़ने के बाद समाज सेवा करने से कुछ नहीं मिलेगा, लेकिन अर्चना ने ठान ही लिया था कि उन्हें एक क्रिएटिव आर्ट स्टार्टअप की शुरुआत करनी है. बस उसके बाद क्या था 31 वर्षीय अर्चना दुबे ने कूड़े के ढेर से प्लास्टिक की बोतलें और कुछ वेस्ट प्लास्टिक उठाया और उसी से क्रिएटिव आर्ट बनाना शुरू किया. और धीरे-धीरे 2 साल के अंदर उन्होंने अपना खुद का स्टार्टअप शुरू कर दिया.
वेस्ट प्लास्टिक से बना रही कलाकृतियां
अर्चना बताती है कि उनकी कलाकृतियों में हर वह चीज शामिल है जिसे आप ड्राइंग रूम से लेकर बेडरूम और डाइनिंग रूम में सजा सकते हैं. यह सारी चीजें ऐसे वेस्ट से बने हैं जो सालों तक डीकंपोज नहीं होगा. इससे पर्यावरण को तो फायदा होगा ही लेकिन साथ ही साथ घर के कोने भी मॉडर्न आर्ट के जरिए खूबसूरत लगेंगे. पेन के ढक्कन से लेकर, प्लास्टिक के चम्मच, ढक्कन, प्लेट, कवर, ब्रश और बाकी सभी छोटी बड़ी चीजों का इस्तेमाल करते हुए वे कलाकृतियां तैयार करती हैं.
बच्चों को भी कर रही जागरुक
इतना ही नहीं बच्चों में जागरुकता फैलाने के लिए अर्चना स्कूलों और अलग-अलग जगह पर वर्कशॉप लेकर बच्चों को अपनी कलाकृति सिखाती हैं. अर्चना कहती हैं कि आज के 10 साल बाद हुए एक ऐसा मॉल खोलना चाहती हैं जो प्लास्टिक वेस्ट से बना (Mall of Upcycled products) हो और दिखने में बहुत अलग और खास हो.