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Delhi Police की 'लेडी सिंघम' हैं किरण सेठी, जीबी रोड की औरतों को दी नई पहचान, लाखों लड़कियों को सिखा चुकी हैं आत्मरक्षा के गुर

सब इंस्पेक्टर किरण सेठी दूसरे राज्यों में जाकर भी महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाती हैं. वह सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने में 2015 में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं.

सब इंस्पेक्टर किरण सेठी जूडो कराटे सिखाती हुईं सब इंस्पेक्टर किरण सेठी जूडो कराटे सिखाती हुईं
हाइलाइट्स
  • किरण सेठी 1987 में दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल हुईं थीं भर्ती 

  • जीबी रोड के कई बच्चों का दाखिला स्कूलों में करा चुकी हैं

किरण सेठी दिल्ली पुलिस की 'लेडी सिंघम' कही जाती हैं. सब इंस्पेक्टर किरण सेठी अभी तक नौ लाख लड़कियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे चुकी हैं. किरण सेठी अभी 55 साल की हैं. वह 1987 में दिल्ली पुलिस में बतौर कांस्टेबल भर्ती हुईं थीं. किरण सेठी ने सर्विस के शुरुआती दौर में ही जूडो कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल कर लिया था. किरण सेठी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने में 2015 में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं. 2015 में उस समय के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सेठी को पुरस्कृत किया था.

मजबूत और ताकतवर होना समझाया
किरण सेठी को बचपन में ही उनकी मां ने समझाया कि एक औरत का मजबूत और ताकतवर होना कितना जरूरी है. उन्होंने किरण को बचपन से ही जूडो कराटे और मार्शल आर्ट्स सिखाया. उसके बाद जब किरण दिल्ली पुलिस में भर्ती हुईं तो उन्हें दिल्ली पुलिस के जवानों को मार्शल आर्ट जूडो कराटे सीखने का मौका भी मिला.

पुलिस हर जगह मौजूद नहीं हो सकती
धीरे-धीरे किरण सेठी ने दिल्ली पुलिस के बाहर लोगों को आत्मरक्षा यानी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी.
किरण का मानना है कि पुलिस हर जगह सबकी मदद करने के लिए मौजूद नहीं हो सकती. खासकर महिलाओं को खुद की रक्षा करना आना चाहिए, एक लड़की को इतना सक्षम होना चाहिए कि वह किसी भी परिस्थिति में अपनी रक्षा कर सके.

...ताकि खुद लड़ सकें
किरण सेठी ने शुरुआत में स्कूल में पढ़ने वाली बच्चियों, घर में काम करने वाली महिलाओं से लेकर डॉक्टर, नर्स, एयर होस्टेस तक को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी. इसके बाद उनकी पोस्टिंग ऐसे इलाके में हुई जहां एक रेड लाइट एरिया आता था. किरण सेठी ने जीबी रोड में रह रही महिलाओं को भी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी ताकि कोई इनके साथ जबरदस्ती करे या उन्हें परेशान करें तो वह खुद उनसे लड़ सकें.

सेक्स वर्कर्स को दी एक नई पहचान
किरण सेठी की पोस्टिंग जीबी रोड थाने में की गई. वहां उन्हें थाना इंचार्ज बनाया गया और जिम्मेदारी दी गई कि वहां रह रही महिलाओं में जागरूकता फैलाएं. किरण जब जीबी रोड में महिलाओं के साथ काम कर रहीं थीं तो उन्हें पता चला कि वहां उनके बच्चे भी रह रहे हैं जो कि न तो स्कूल जाते हैं न ही पढ़ाई करते हैं. किरण सेठी ने ऐसे बच्चों का दाखिला स्कूल में करवाया. किरण सेठी को अपने लिए काम करते देख कुछ महिलाओं ने किरण सेठी पर विश्वास जताया और उन से गुहार लगाई कि उन्हें इस दलदल से बाहर निकाला जाए. किरण सेठी ने ऐसी कई महिलाओं को जीबी रोड के रेड लाइट एरिया से बाहर निकाला और उन्हे दूसरी जगह काम करने लायक भी बनाया.

महिलाओं का बढ़ाती हैं आत्मविश्वास
किरण सेठी देश की अलग-अलग राज्यों में जाकर महिलाओं को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने के साथ-साथ उनका आत्मविश्वास बढ़ाने का भी काम करती हैं. किरण ने एक बार ऐसी बच्ची को बचाया जो बोल नहीं सकती थी. उस दिन के बाद से अभी तक किरण ऐसे बच्चों को भी आत्मरक्षा की गुर सिखाती हैं, जो बोल-सुन नहीं पाते. वह उन बच्चों को स्कूल में जाकर सेल्फ डिफेंस सिखाती हैं.