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खोया हुआ बेटा समझकर घर ले आया परिवार, साधु के वेश में 10 दिन तक देता रहा चकमा, ऐसे खुली पोल

बनकटा थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया है. उसका 151 में चालान किया गया है. यह शख्स नट है जो घूम-घूम कर भीख मांगता है.

Muslim youth, Manudden alias Bilai Ansari Muslim youth, Manudden alias Bilai Ansari
हाइलाइट्स
  • साधु के वेश में 10 दिन तक देता रहा चकमा

  • 12 साल पहले भिलाई गया सुभाष हो गया था लापता

उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां साधु वेश में घूम रहे युवक को 12 साल पूर्व लापता हुए सुभाष गौड़ मानकर लोगों ने घरवालों को जानकारी दी और परिजन इसे घर बुलाकर साथ रख लिया. जब इसकी चर्चा इलाके में होने लगी और सोशल मीडिया पर जब इसकी तस्वीर व वीडियो वायरल हुई तो सऊदी में रहने वाले एक शख्स ने वीडियो वायरल करने वाले युवक से सम्पर्क किया और बताया कि यह व्यक्ति जिसे गांव वाले सुभाष समझ कर रखे हैं. वह मऊ जिले का मैनुद्दीन उर्फ बिलाई अंसारी है और जब इसकी घरवालों ने पड़ताल की तो यह सुभाष नहीं मैनुद्दीन निकला इसकी जानकारी थाना बनकटा पुलिस को दी गई.

सुभाष से मिलती है शक्ल
बनकटा थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया गया है. उसका 151 में चालान किया गया है. यह शख्स नट है जो घूम-घूम कर भीख मांगता है. यह बनकटा रेलवे स्टेशन पर भगवा कपड़े पहने घूम रहा था इसकी शक्ल सुभाष से थोड़ी मिलती जुलती है. इसलिए सुभाष के जानने वाले लोगों ने सुभाष की मां व पत्नी को इसकी जानकारी दी कि उनका लापता बेटा वापस आ गया है, जिसके बाद वे अपने साथ इसे घर ले गए लेकिन दस दिन बाद इसके बारे में जानकारी मिली कि यह मऊ जिले के थाना दोहरीघाट के अतर सहवा गांव का रहने वाला है. इसके पिता व ग्राम प्रधान से सम्पर्क किया गया इसके बाद पुलिस द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए इसे हिरासत में लेकर पुलिस ने इसका चालान किया है.

भिलाई से लापता हो गया था सुभाष
गौरतलब है कि थाना बनकटा के ग्राम अघाव गांव निवासी स्वर्गीय नथुनी गौड़ का बेटा सुभाष गौड़ 12 साल पहले भिलाई गया था, जहां वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया. दस दिन पूर्व घरवालों को ग्रामीणों ने सूचना दी कि बनकटा रेलवे स्टेशन पर उनका बेटा व पति सुभाष साधु के वेष में दिखा है जिसके बाद परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वे अपने बेटे को लेने के लिए बनकटा रेलवे स्टेशन पहुंच गए, उसे पहचान कर घर लेकर आए उसने भी खुद को सुभाष बताया और जब इसकी चर्चा सोशल मीडीया पर तेज हुई वीडियो वायरल होने लगा तो पता चला कि यह सुभाष नहीं बल्कि मुस्लिम युवक है जो मऊ जिले का निवासी है.

-राम प्रताप सिंह की रिपोर्ट