भारत विविधताओं का देश है. जहां हर गांव में बोली और पानी का स्वाद बदल जाता है. हर इलाके की संस्कृति, पहनावा और खान-पान अलग है. इतने अलग-अलग होकर भी हम सब एक हैं. क्योंकि भारतीय हर रंग में रंग जाते हैं.
खान-पान का स्वाद भले ही अलग हो लेकिन इस स्वाद को बनाने वाले मसाले तो हर जगह लगभग एक ही होते हैं. एक ही डिश को अलग-अलग तरह से बनाकर अलग-अलग इलाकों में खाया जाता है. व्यंजन एक होगा लेकिन इसके नाम, स्वाद और बनाने का तरीका एकदम अलग.
जैसे कि अचार, जी हां, अचार आपको भारत के लगभग हर कोने में मिल जाएगा. लेकिन वह अचार किस चीज का है यह उस क्षेत्र पर निर्भर करता है. अगर आप गिनती करने लगें तो आप थक जायेंगे लेकिन अचारों की फेहरिस्त खत्म नहीं होगी.
आम, नींबू, गाजर, मूली जैसी फल-सब्जियों से लेकर हमारे देश में केले के फूल और बांस तक का अचार डाला जाता है. और हर कोई एक से एक कमाल का अचार. कुछ के नाम तो अपने शायद सुने तक नहीं होंगे. इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कुछ खास अचारों के बारे में.
1. भूत जोलोकिया अचार:
कहते हैं कि असम की भूत जोलोकिया मिर्च दुनिया की सबसे तीखी मिर्च है. और मान्यता है कि द घोस्ट या किंग चिली के नाम से फेमस इस मिर्च का तीखापन ऐसा होता है कि इसे खाने के बाद, लोगों को लगता है कि वे मर गए हों.
इस मिर्च को जरा-सा जुबान पर लगाना भी हिम्मत का काम है. हालांकि इसका अचार लोग खूब चटखारे लेकर कहते हैं. तीखी लाल मिर्च के इस अचार में बांस की टहनियों का इस्तेमाल होता है. और अपने तीखे स्वाद के बावजूद, यह दुनिया भर में मशहूर है.
2. चना मेथी का अचार:
अब आप सोच रहे होंगे कि चने की सब्जी बनती है और मेथी के पराठे तो भला ये दोनों को साथ में मिलाकर अचार कब बन गया. पर आपको बता दें कि चना मेथी का अचार गुजरात में बहुत लोकप्रिय है. इसे बनाने के लिए काबुली चने और सूखे मेथी के बीजों का इस्तेमाल होता है.
इस कई चटपटे मसालों के साथ मिक्स करके बनाया जाता है. आपको इस अचार के कई अलग-अलग रूप भी मिल जाएंगे. हालांकि, ज्यादातर लोग इसमें आम भी डालकर बनाते हैं.
3. केले के फूल का अचार:
केले के फल से लेकर इसके पत्तों को कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है. यह हम सब जानते हैं. लेकिन केले के फूलों को अचार बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, इस बात का शायद कम ही लोगों को ज्ञान हो. आपको बता दें कि केले के फूल का अचार सुनने में भले ही अलग लगे लेकिन, यह सेहत के लिए बहुत अच्छा है.
केले के फूल आयरन, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स का एक बेहतरीन स्रोत हैं. इसलिए इन्हें सुपरफूड कहते हैं. देश के कुछ अन्य हिस्सों में केले के फूल का सेवन भी किया जाता है.और असम में इसका अचार खाया जाता है.
4. कमल ककड़ी का अचार:
कमल ककड़ी के बारे में ज्यादातर लोगों ने सुन रखा होगा. कई बार मिक्स सब्जी अचार में इसके भी टुकड़े मिल जाते हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर में सिर्फ कमल ककड़ी का अचार डाला जाता है और पराठों के साथ खाया जाता है. कहते हैं कि यह दुर्लभ अचार इतना स्वाद होता है कि आपके पराठों का स्वाद और बढ़ा देता है.
5. बैम्बू शूट्स का अचार:
उत्तर-पूर्वी राज्यों के अलावा बांस बहुल इलाकों में बांस के शूट्स (ऊपर के कच्चे हिस्से को) कई तरह से खाने में इस्तेमाल किया जाता है. कोई बैम्बू शूट्स से सब्जी बनाता है तो बहुत सी जगह इनका अलग-अलग रेसिपी से अचार भी डाला जाता है. अरुणाचल प्रदेश में पोर्क के साथ बैम्बू शूट्स का अचार बहुत ही मशहूर है.