ऑनलाइन स्कैम का एक और मामला सामने आया है जिसमें एक बुजुर्ग व्यक्ति को 3 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हो गया. व्यक्ति का ऑर्डर बहुत देर तक नहीं आया था जिसके बाद मदद मांगने के लिए उसने कस्टमर केयर पर कॉल किया और उसके बाद उसके साथ स्कैम हो गया.घोटाले की जानकारी उनके बेटे ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) और इंस्टाग्राम पर शेयर की.
एक्स यूजर निखिल चावला ने एक पोस्ट में कहा कि उनके पिता ने स्विगी से खाना ऑर्डर किया था लेकिन जब समय पर डिलीवरी नहीं हुई तो वह निराश हो गए और स्विगी की ग्राहक सेवा को कॉल करने का फैसला किया. निखिल के 65 वर्षीय पिता ने गूगल पर सर्च किया और उन्हें एक नंबर दिखाई दिया जिसपर Swiggy Call Centre लिखा था. ये पूरी कहानी निखिल ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करके बताई. जब निखिल के पिता ने नंबर पर कॉल किया तो पहले ट्रांजेक्शन में उनके साथ 35,000 रुपये की धोखाधड़ी हुई. यह समझने पर कि उसने 35,000 रुपये खो दिए हैं, बुजुर्ग व्यक्ति ने पैसे वापस पाने के लिए फिर से नंबर पर कॉल किया,इस पर व्यक्ति ने उनसे क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स मांगी. डिटेल्स देने के बाद बुजुर्ग व्यक्ति को एक बार फिर मूर्ख बनाया गया.
निकाल लिए 3 लाख रुपये
चावला ने दावा किया कि घोटालेबाजों ने उनके पिता के सिम को कॉपी किया और डिटेल्स प्राप्त करने के लिए फोन का क्लोन बनाया और 3 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन किया.चावला ने वीडियो पोस्ट में कहा,“मेरे पिता साइबर टाइम बैंक धोखाधड़ी के शिकार हो गए हैं. उन्होंने @Swiggy से खाना ऑर्डर किया और उन्हें ऑर्डर नहीं मिला.इसलिए 3 से 4 घंटे बाद उन्होंने रिफंड के लिए कॉल किया और किसी ने उन्हें यूपीआई के लिए 35,000 रुपये का चूना लगाया और क्रेडिट कार्ड की जानकारी ले ली और उनका सिम कॉपी कर लिया. उनके 3 लाख रुपये निकाल लिए गए. @एयरटेलइंडिया."
इसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस से अपने पिता की मदद करने की गुहार लगाई क्योंकि वह मलेशिया के कुआलालंपुर में रहते हैं. उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर करके पूरी आपबीती सुनाई.
स्विगी ने क्या दिया जवाब
स्विगी ने बताया कि उनके पास कोई आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर नहीं है. किसी भी समस्या के लिए हम यूजर्स को केवल इन-ऐप चैट स्पोर्ट का इस्तेमाल करने की ही सलाह देते हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम यूजर्स को सलाह देते हैं कि गूगल पर सर्च करके किसी भी नंबर को यूं ही डायल न करें और ना ही उनकी किसी बात पर भरोसा करें. इसके बजाए आधिकारिक चैनलों या वेबसाइट पर दी गई जानकारी को ही असली मानें और उस पर ही संपर्क करें.