
साल दर साल कपड़ों के मामले में कुछ न कुछ नया ट्रेंड देखने को मिलता हैं. ट्रेंड से मुराद है कि परिधान में बदलाव, कुछ नया स्टाइल. हर साल लगभग कुछ नया आता है. लेकिन हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान इस मामले में पीछे की ओर जा रहा है. यानी वह ट्रेंड अपनाने के तरीके में भी नया ट्रेंड दिखा रहा है.
पाक का ट्रेंड में ट्रेंड
दरअसल बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान की कई मशहूर हस्तियां हाल ही के दिनों में कुछ अलग ही तरह के कपड़ों में नज़र आई. और ऐसा नहीं कि उन्होंने यह कपड़े अपने घर में पहने हो. वह तो इन्हें पहन स्टेज पर नज़र आईं है. किसी टीवी शो के दौरान उन्होंने इन्हें पहना है.
असल में पाकिस्तान में कपड़ों का जो नया ट्रेंड चला है. फर्शी सलवार का. लेकिन होती है फर्शी सलवार और क्यों इसे जोड़ा जा रहा है पीछे के ट्रेंड की ओर?
कहां से आई वजूद में यह सलवार?
असल में फर्शी शब्द फारसी का है. और फर्शी सलवार कोई ऐसी-वैसी सलवार नहीं. बल्कि यह तो शाही अंदाज का हिस्सा रही है.राजा-महाराजा के जमाने में इसे शाही दर्जा मिला हुआ था. इस सलवार के इतिहास ढोरे को खींचे तो यह मुगल काल में जाकर रुकेगा.
पाकिस्तान में तो इसके इतने चर्चे रहे हैं कि पाक हवाई सेवा ने एक समय तो इसे ड्रेस कोड का हिस्सा बनाया हुआ था. लेकिन अब एक बार फिर फर्शी सलवार का कमबैक हो गया है.
कैसी होती है फर्शी सलवार?
फर्शी सलवार की बात करें तो इसे आराम से जोड़ा जा सकता है. यानी इसका पैरों वाला हिस्सा काफी खुला होता है. जिससे हवा आराम से कपड़ों में जाती है. इसको फर्शी इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि इसका निछला हिस्सा जमीन को रगड़े हुए चलता है.
इस सलवार को कई बार भारतीय फिल्मों में अभिनेत्रियों को भी पहने हुए दिखाया गया है. जैसी कि फिल्म उमराव जान और शतरंज के खिलाड़ी. ये फिल्म थोड़ा नवाबी टच के साथ थी. और टच में तड़का लगाने का काम फर्शी सलवारों ने किया है.