मध्य प्रदेश के इंदौर में एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति ने विशेष विवाह अधिनियम (Special Marriage Act)के तहत अपनी लंबे समय से रही प्रेमिका से कानूनी तौर पर शादी कर ली है. पुरुष के रूप में जीवन जीने से पहले अस्तित्व सोनी को पहले अलका के नाम से जाना जाता था. उन्होंने आस्था से एक फैमिली कोर्ट में शादी की और इस कार्यक्रम में दोनों पक्षों के परिवार के सदस्यों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में दोनों परिवारों के कुल 25 लोग मौजूद थे.
आज लेंगे सात फेरे
अलका सोनी के रूप में जन्मे अस्तित्व को कुछ सालों के बाद लगा कि वह एक महिला नहीं है. उन्होंने पुरुष की तरह रहना शुरू कर दिया. अलका ने अपने 47वें जन्मदिन पर सर्जरी करवाई और अलका से अस्तित्व बन गईं. सुप्रीम कोर्ट द्वारा ट्रांसजेंडर शादी को कानूनी मान्यता देने का फैसला सुनाए जाने के बाद अस्तित्व ने स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत आस्था से शादी रचा ली. अस्तित्व और आस्था आज हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी करेंगे. लाल जोड़ा पहन कर आस्था दुल्हन बनेंगी. वहीं, अस्तित्व दूल्हा बनकर बारात लेकर आएंगे.
अपनी शादी से पहले, जोड़े ने इंदौर के डिप्टी कलेक्टर रोशन राय को एक आवेदन देकर अपनी स्थिति बताई थी. कलेक्टर द्वारा जांच के बाद उनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया और दोनों पक्षों को सूचित किया गया. गुरुवार (7 दिसंबर) को, अस्तित्व और आस्था ने दोनों पक्षों के दो गवाहों और एक कॉमन गवाह की उपस्थिति में पारिवारिक अदालत में अपना विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त किया.
कैसे हुई मुलाकात?
दुल्हन आस्था सोनी ने बताया कि 4-5 महीने पहले ही दोनों ने अपने बीच की दिक्कतों को क्लियर किया और विचार-विमर्श के बाद शादी का फैसला किया. आस्था ने कहा कि अस्तित्व से पहली बार उनके घर पर ही मुलाकात हुई थी. अस्तित्व की बहन आस्था की दोस्त है. शुरुआत में दोनों के बीच नॉर्मल बात होती थी जोकि बाद में प्यार में बदल गई. परिवार की रजामंदी के बाद दोनों की अरेंज मैरिज हुई.