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Fake Job Posting: गजब का कारनामा! जालसाजों ने आयुष विभाग की ही फर्जी वेबसाइट बनाकर निकाल दी 2900 वैकेंसी

करीब एक महीने पहले e-Aushadi Madhya Pradesh नाम से एक फेसबुक पेज पर आयुष विभाग में 2972 पदों पर वैकेंसी का विज्ञापन दिया गया. विज्ञापन के साथ ही बकायदा वेबसाइट https://e-aushadhimp.co.in/ का लिंक भी दिया गया.

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हाइलाइट्स
  • फर्जी वेबसाइट बनाकर निकाल दी 2900 वैकेंसी

  • साइबर क्राइम ब्रांच में करेंगे शिकायत

मध्यप्रदेश में जालसाजों ने ठगी का ऐसा तरीका अपनाया है जिसे जानकर सरकार के भी होश उड़ गए हैं. जालसाजों ने ना केवल सरकार के आयुष विभाग की फर्ज़ी वेबसाइट बनाई बल्कि बकायदा वैकेंसी भी निकाल दी. मामला संज्ञान में आते ही दो दिन पहले सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा इसका खंडन जारी किया गया है.

फर्जी वेबसाइट बनाकर निकाल दी 2900 वैकेंसी
दरअसल, करीब एक महीने पहले e-Aushadi Madhya Pradesh नाम से एक फेसबुक पेज पर आयुष विभाग में 2972 पदों पर वैकेंसी का विज्ञापन दिया गया. विज्ञापन के साथ ही बकायदा वेबसाइट https://e-aushadhimp.co.in/ का लिंक भी दिया गया. विज्ञापन में आवेदन शुरू करने के तारीख 7 मार्च 2025 तो वहीं आवेदन समाप्त होने की तारीख 6 अप्रैल 2025 दी गयी. जालसाज़ इतने शातिर थे कि उन्होंने विज्ञापन के साथ ही पदों की संख्या (2972) भी लिखी जिसमें स्टोर मैनेजर (528 पद) सहायक स्टोर मैनेजर (988 पद) और डाटा एंट्री ऑपरेटर (1456 पद) के पद शामिल थे. प्रति आवेदन 500 रूपये शुल्क रखा गया था और साथ में एक जीमेल आईडी दी गयी थी.

मामला सामने आते ही मचा हड़कंप
पूरे एक महीने तक इस फ़र्ज़ी वेबसाइट और भर्ती विज्ञापन की भनक किसी को नहीं लगी लेकिन आवेदन समाप्त होने की तिथि 6 अप्रैल को सोश मीडिया में यह भर्ती विज्ञापन लीक हो गया जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. 6 अप्रैल को बकायदा सरकार की तरफ से इस तरह के किसी बह विज्ञापन का खंडन जारी करते हुए बयान आया कि 'सोशल मीडिया पर वायरल 'E-Aushadhi Madhya Pradesh' संबंधित नियुक्ति पुर्णतः भ्रामक और तथ्यहीन है. सम्बंधित वेबसाइट मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट नहीं है और विभाग द्वारा यह भर्ती नहीं निकाली गयी है'.

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साइबर क्राइम ब्रांच में करेंगे शिकायत
इस मामले में आजतक से बात करते हुए आयुष विभाग के आला अधिकारी ने बताया कि उनका विभाग इस पूरे जालसाज़ी की शिकायत भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच में करने वाला है. इस विज्ञापन से विभाग का कोई लेना-देना नहीं और यह बेरोज़गारों को ठगने की कोई नई चाल हो सकती है.'

रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट