
फोन पर तेज-तेज आवाज में बात करना, स्पीकर ऑन कर रील्स देखना...बेशक आप ऐसा रोज करते हों लेकिन ऐसा करने की वजह से एक शख्स का चालान कर दिया गया है. अगली बार फोन पर किसी से बात करें तो जरा स्पीकर ऑफ ही रखें नहीं तो आपका भी चालान कट सकता है.
फ्रांस का है मामला
मामला फ्रांस का है. फ्रांस में एक शख्स को स्पीकर पर फोन पर बात करने की वजह से 18 हजार का जुर्माना लगा दिया गया. डेविड नाम के इस व्यक्ति ने फ्रांसीसी ब्रॉडकास्टर बीएफएम टीवी को बताया कि वह रविवार को नैनटेस स्टेशन पर अपनी बहन के साथ कॉल पर था, तभी फ्रांसीसी रेलवे कंपनी एसएनसीएफ का एक कर्मचारी उसके पास आया और स्पीकर ऑफ करने को कहने लगा.
स्पीकर पर बात करने से लगा जुर्माना
अधिकारियों ने डेविड स्पीकर ऑफ कर बात करने को कहा. साथ ही ये भी जानकारी दी कि अगर उन्होंने लाउडस्पीकर बंद नहीं किया तो उन पर €150 का जुर्माना लगाया जाएगा लेकिन डेविड ने जब बात नहीं मानी तो उनपर €200 का जुर्माना लगा दिया गया. डेविड फोन पर अपनी बहन से तेज आवाज में बात कर रहे थे. हालांकि डेविड ने इस पूरे मामले के लिए अपना वकील भी नियुक्त कर लिया है और वो इसे पूरी तरह से कानूनी रूप देना चाहते हैं.
इसलिए बढ़ाया गया जुर्माना
बीएफएम टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, डेविड ने कहा कि जब उन्हें जुर्माने के बारे में बताया गया तो शुरू में उन्हें ये मजाक लगा. एसएनसीएफ ने भी बताया कि जुर्माना €150 से €200 इसलिए बढ़ा दिया गया है क्योंकि डेविड ने पेमेंट करने से मना कर दिया गया था.
फ्रांस में ऐसा कोई कानून नहीं...
आपको बता दें, फ्रांस में सार्वजनिक स्थानों पर लाउडस्पीकर पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगाने वाला कोई राष्ट्रीय कानून नहीं है, लेकिन शोर नियंत्रण नियम जरूर बनाए गए हैं. फ्रांसीसी परिवहन संहिता के अनुसार, जो लोग सार्वजनिक क्षेत्रों में साउंड डिवाइस का उपयोग करते हैं या शोर से दूसरों को परेशान करते हैं" उन्हें जुर्माना भरना पड़ सकता है.
लोगों ने शेयर किए अपने अनुभव
इस घटना ने सोशल मीडिया के रेडिट प्लेफॉर्म पर बहस छेड़ दी है. पब्लिक प्लेस पर हेडफ़ोन के बिना कॉल करना या वीडियो देखना लोगों की आदत बन गई है जो कई लोगों को परेशानी में डालती है. एक Reddit यूजर ने लिखा, अगर आप किसी सार्वजनिक स्थान पर वीडियो कॉल कर रहे हैं तो आपको हेडफ़ोन या ईयरबड का उपयोग करना चाहिए. एक अन्य यूजर ने कहा, “किसी को भी आपकी फोन पर की जाने वाली बातचीत सुनने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, यह शर्मनाक हो सकता है. दूसरे व्यक्ति को आपत्ति हो सकती है.