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रिलेशनशिप ब्रेकअप से ज्यादा मुश्किल होता है Friendship ब्रेकअप, जानें आखिर ऐसे में खुद को कैसे संभालें 

दोस्ती में अलग-अलग तरीकों से तनाव पैदा हो सकता है. जैसे शारीरिक दूरी, नए सामाजिक दायरे, रोमांटिक रिश्तों का हस्तक्षेप, जीवन की प्राथमिकताओं में बदलाव आदि दोस्ती में तनाव पैदा कर सकता है.

Friendship Breakup (Photo: Pixabay) Friendship Breakup (Photo: Pixabay)
हाइलाइट्स
  • दोस्त को वापस आने की जगह दें 

  • रिजेक्शन झेलना है काफी मुश्किल

रिश्तों में नोक-झोंक होना काफी आम बात है. ऐसे में कई बार ये नोक-झोंक इतनी आगे बढ़ जाती है कि रिश्ता खत्म करने की नौबत आ जाती है. हालांकि, रिलेशनशिप में ब्रेकअप काफी आम हैं. लेकिन सबसे ज्यादा दुख तब होता है जब हमारा फ्रेंडशिप ब्रेकअप होता है. 

दोस्ती टूटना एक बहुत ही सामान्य अनुभव है, कई स्टडी से पता चलता है कि ज्यादातर युवाओं को इसका सामना करना पड़ रहा है. जहां समाज अक्सर रोमांटिक सेपरेशन की ओर ज्यादा ध्यान देता है, वहीं एक करीबी दोस्त को खोना भी उतना ही दुखद हो सकता है. हाल ही में एक डेवलपमेंट ग्रुप में, 20 और 30 साल के व्यक्तियों ने अपने दोस्त द्वारा डंप किए जाने वाले एक्सपीरिएंस को शेयर किया. उनके मुताबिक, ये काफी दुखद था. 

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अटैचमेंट थ्योरी और दोस्ती

दोस्ती टूटने से होने वाले दुख को अटैचमेंट थ्योरी से जोड़कर देखा जाता है. बच्चों के रूप में, हमारा शुरुआती अटैचमेंट माता-पिता या देखभाल करने वालों के साथ होता है. हालांकि, जैसे-जैसे हम किशोरावस्था और उससे आगे बढ़ते हैं, दोस्ती भी जरूरी लोगों की लिस्ट में आ जाती है. ज्यादातर मामलों में हम दोस्तों को घरवालों से ज्यादा बातें बताने लगते हैं. 

रिजेक्शन झेलना है काफी मुश्किल 

यह पता चलना पर कि कोई मित्र टालमटोल या अचानक बातचीत बंद कर रहा है, या फिर वो धीरे-धीरे हमसे दूर हो रहा है, काफी परेशान करने वाला हो सकता है. स्टडी से पता चलता है कि अस्वीकृति की भावना शारीरिक दर्द जितनी ही होती है. इतना ही नहीं बल्कि किसी का आत्मविश्वास भी हिल सकता है. 

दोस्ती में अलग-अलग तरीकों से तनाव पैदा हो सकता है. जैसे शारीरिक दूरी, नए सामाजिक दायरे, रोमांटिक रिश्तों का हस्तक्षेप, जीवन की प्राथमिकताओं में बदलाव आदि दोस्ती में तनाव पैदा कर सकता है. कई बार दोस्त की तरक्की देखकर मन में ईर्ष्या का भाव भी आ सकता है. 

दोस्त को वापस आने की जगह दें 

बात करके, आप एक-दूसरे को एक-दूसरे की दोस्ती के बारे में बता सकते हैं. भले ही आप दूर हों लेकिन समय-समय पर बातचीत करते रहना काफी प्रभावी हो सकता है. दोस्ती में हमेशा इतनी गुंजाइश छोड़ देनी चाहिए कि वापस आया जा सके. कई साल का गैप होने के बाद भी और उतार-चढ़ाव भरे जीवन के दौरान भी यह जारी रहनी चाहिए. लंबी दोस्ती स्वाभाविक रूप से उतार-चढ़ाव से गुजरती ही है, इसलिए यह सामान्य है कि कभी-कभी आप खुद को उनके करीब पाते हैं, तो कभी दूर. लेकिन ये काफी नॉर्मल है.

अगर दोस्ती टूट जाए तो क्या करें?

अगर दोस्ती टूट जाती है, तो आपको रोमांटिक ब्रेकअप से जुड़ी परेशानी का अनुभव हो सकता है, जैसे स्ट्रेस, डिप्रेशन आदि. ऐसे में आप डायाफ्रामिक सांस लेने का अभ्यास करके इससे निपट सकते हैं. तनाव को कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन का भी सहारा ले सकते हैं. आपको खुद को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए, कोशिश करें कि लोगों के साथ रहें. बाहर जाना और दूसरे लोगों से मिलना-जुलना भी न छोड़ें. इसके अलावा, ज्यादा परेशानी होने पर आपको किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए.