गणेश विसर्जन पर मुंबई में भारी भीड़ देखने को मिलती है. लोग भगवान श्री गणेश को विदाई देने के लिए भारी तादाद में जुटते हैं. लेकिन इस भीड़ में हर साल कई बच्चे अपने परिवार से भी बिछड़ जाते हैं. हालांकि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए विसर्जन स्थलों पर मुंबई पुलिस की पेट्रोलिंग टीम भी जुटी रहती है ताकि कोई भी बच्चा अपने परिवार से अलग न हो.
22 लापता बच्चों को परिवार से मिलवाया
गणेश विसर्जन के मौके पर हुई भारी भीड़ की वजह से तकरीबन 22 बच्चे अपने परिवार से बिछड़ गए थे. वहीं मुंबई पुलिस के एसआई सूर्यकांत साठे और कांस्टेबल दीपाली कंडलकार ने इन सभी 22 बच्चों को खोजकर उनके परिवार से मिलाने का सराहनीय काम किया है. एएसआई सूर्यकांत साठे और कांस्टेबल दीपाली कंडलकर को लापता बच्चों को खोजने का काम सौंपा गया था. कांस्टेबल दीपाली जहां लापता बच्चों की नियमित घोषणा करती थीं वहीं एएसआई सूर्यकांत समुद्र तट पर बच्चों की तलाश में जुटे थे.
बच्चों की मदद से खोजा
इन 22 बच्चों में से अधिकतर बच्चे तीन साल से लेकर 14 साल के थे. जब बच्चों को पुलिस स्टेशन लाया गया तो वे डरे हुए थे और अपने माता-पिता के बारे में भी ज्यादा नहीं बता पा रहे थे. लेकिन थोड़े समय बाद किसी तरह कुछ बच्चों ने अपने माँ-पिता का नंबर दिया जिससे पुलिस की टीम उनके परिवार को खोजने में कामयाब रही. पिछले साल भी करीब 31 लापता बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया गया था.
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