भारत में तैनात जर्मन राजदूत, फिलिप एकरमैन की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस वीडियो में फिलिप नई कार के साथ दिख रहे हैं. बताया जा रहा है कि सस्टेनेबिलिटी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सामान्य डीजल-पेट्रोल की जगह इलेक्ट्रिक व्हीकल पर स्विच किया है. हालांकि, उनका वीडियो वायरल होने की वजह कुछ और ही है.
दरअसल, वीडियो में दिखाया जा रहा है कि उन्होंने अपनी कार से कवर हटाया और इस अवसर पर भारतीय रीति-रिवाजों को फॉलो किया. उन्होंने कार के सामने नारियल फोड़ा और अपनी नई कार में 'नींबू-मिर्ची' बांधी. उनकी इसी बात ने लोगों को दिल जीत लिया और यह वीडियो अब वायरल हो रहा है.
क्या है कार में नींबू-मिर्ची बांधने की वजह
भारत में यह रिवाज बहुत ही कॉमन है. लोग अपनी वाहनों, दुकान-दफ्तरों के बाहर नींबू-मिर्ची बांधत हैं. दरअसल, यह माना जाता है कि नींबू-मिर्ची बांधने से निगेटिव एनर्जी हमसे दूर रहती है और पॉजिटिविटी फैलती है. वहीं, हिंदू धर्म में नारियल का बहुत ज्यादा महत्व है. नारियल किसी भी शुभ काम में इस्तेमाल होता है. खास मौकों पर नारियल तोड़कर इसे शुभ बनाया जाता है. किसी भी वाहन पर नींबू-मिर्ची बांधने या चलाने से पहले नारियल तोड़ने से लक्ष्य सिर्फ इतना होता है कि इस वाहन से आने वाली सभी यात्राएं अच्छी हों.
ईवी पर बात करते हुए एकरमैन ने कहा कि सर्दियों के दौरान दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है, जिसे कम करने में "योगदान" देने के लिए उन्होंने ईवी पर स्विच किया है. उन्होंने कहा कि जर्मनी और भारत एक आपसी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसे सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए साझेदारी समझौता कहा जाता है. फिलिप को यह कार उनके हेडक्वार्टर से मिली है.