एक तरफ जहां चारो तरफ राम मंदिर की धूम मची है तो वही अयोध्या से सटे गोंडा में आजादी के 75 साल बाद पहली बार जिला अस्पताल में कूल्हा रिप्लेसमेंट(ट्रांसप्लांट) किया गया. जिसके लिए मरीज हायर सेंटर जाने के लिए मजबूर रहते थे वह अब गोंडा अस्पताल में सम्भव हो गया है. यह हैरतअंगेज रिप्लेसमेंट गोंडा अस्पताल के निपुण डाक्टरों ने सफलता से कर दिखाया. गरीब महिला का आयुष्मान कार्ड बनवाकर डाक्टरों ने फ्री कूल्हे का रिप्लेसमेंट किया. महिला अब पूरी तरफ से स्वस्थ है.
बनवाया गया आयुष्मान कार्ड
आर्थो सर्जन डॉ अतुल सिंह ने बताया कि गोंडा मेडिकल कालेज से संबद्धित जिला अस्पताल में इटियाथोक निवासी 22 वर्षीय संध्या प्रजापति का अनजानी बीमारी की वजह से उसके दोनों कूल्हे खराब हो रहे थे. महिला को हर समय दर्द बना रहता था. इसका इलाज कूल्हा रिप्लेसमेंट ही था. चूंकि संध्या गरीब परिवार से थी और ऑपरेशन का खर्चा उठाने में असमर्थ थी इसलिए संध्या का पहले आयुष्मान कार्ड बनवाया गया.
दो बच्चों की मां है संध्या
इसके बाद आयुष्मान योजना के तहत जिला अस्पताल के आर्थो सर्जन डॉ अतुल सिंह के नेतृत्व में कुशल डॉक्टरों की टीम ने गुरुवार को महिला का सफल ऑपरेशन कर कूल्हा रिप्लेस कर दिया. संध्या के दो बच्चे हैं और अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है. हालांकि वह अभी अस्पताल में भर्ती है. मेडिकल कालेज गोंडा के प्रधानाचार्य डॉ धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने बताया कि हमारे यहां शानदार योग्य डॉक्टरों की टीम की नियुक्ति हुई है. डॉक्टर अतुल सिंह ने इस महिला का कूल्हा रिप्लेस किया. इससे पहले भी हमारे ही मेडिकल कॉलेज से संबद्धित जिला अस्पताल में सर्जन डॉ डीएन सिंह ने ब्रेस्ट कैंसर का सफल ऑपरेशन किया था. दोनों ऑपरेशन आजादी के बाद पहली बार गोंडा जिला अस्पताल में हुआ है.
(आंचल श्रीवास्तव की रिपोर्ट)