
आजकल लोग सफर के दौरान गूगल मैप पर काफी भरोसा करने लगे हैं. उन्हें कहीं भी जाना हो वह लोकेशन को सीधा गूगल मैप पर डालते हैं और रवाना हो जाता है. गूगल मैप का एक फायदा यह भी है की अगर आप थोड़ा रास्ता भटक जाएं तो वह आपको सही रास्ते पर लाकर खड़ा कर देता है.
लेकिन कई बार मामला उटला भी पड़ जाता है. वह आपको ऐसे रास्ते पर ले जाता है, जहां पहुंच आप भी सोचते हैं कि आगे क्या करें. ऐसा ही एक मामला सहारनपुर में सामने आया है.
गूगल मैप से मांगी मदद
सहारनपुर के थाना देवबंद क्षेत्र में गूगल मैप के गलत लोकेशन दिखाने के कारण एक अनोखी घटना सामने आई. मेरठ निवासी फिरोज अपने साथी नौशाद के साथ अपनी कार से शामली के लिए रवाना हुए थे. उन्हें रोहाना टोल पर अपने दोस्त लियाकत से भी मिलना था.
लियाकत ने फिरोज की आसानी के लिए अपनी लोकेशन को उन्हें भेजा. जिसके बाद फिरोज ने लोकेशन को गूगल मैप पर डाला और लियाकत से मिलने के लिए निकल पड़े. लेकिन गूगल मैप उन्हें ऐसी जगह पहुंचा देगा, जहां वो पहुंचे, ऐसा उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था.
राहगीर मददगार की जगह निकले चोर
गूगल मैप के सहारे चल रहे फिरोज रात करीब 2 बजे रास्ता भटक गए और गांव में खेतों में जाकर फंस गए. जिसके बाद उन्होंने लियाकत को फोन कर मामला बताया. लियाकत ने उन्हें वापस हाईवे की तरफ लौटने की सलाह दी.
खेतों में पहुंची गाड़ी को बैक करते समय उनकी गाड़ी गेंहू के खेत में फंस गई. कार निकालने की कोशिश में जुटे फिरोज और नौशाद ने वहां से गुजर रहे बाइक सवार युवकों से मदद मांगी. थोड़ी देर बाद तीन और लोग वहां पहुंचे और कार निकालने में मदद करने लगे.
इसी बीच एक युवक कार की ड्राइविंग सीट पर बैठ गया. जैसे ही कार खेत से बाहर निकली, युवक कार लेकर भाग गया और बाकी आरोपी बाइक पर तुरंत फरार हो गए. कार में फिरोज का मोबाइल फोन भी था. उन्होंने अपने दूसरे फोन से तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी.
अज्ञातों के खिलाफ मामला दर्ज
फिरोज और नौशाद ने देवबंद थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा. फिरोज ने FIR मे बताया कि गूगल मैप की वजह से वह खेतों के बीच रास्ते में पहुंच गया था.