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Saudi Arabia Hawai Chappal: एक लाख की हवाई चप्पल.... जानिए कैसे इन स्लिपर्स का नाम पड़ा हवाई चप्पल, इस आइलैंड से है खास कनेक्शन

आज भी बहुत से लोग घरों में हवाई चप्पल ही पहनते हैं. क्योंकि यह आरामदायक होने के साथ- साथ लंबे समय तक भी चलती हैं. भारत में 200 से 400 रुपए में बिकने वाली इन चप्पलों को सऊदी अरब में 4500 रियाल यानी एक लाख रुपए का बेचा जा रहा है.

Hawai Chappal Hawai Chappal

सऊदी अरब में हवाई सैंडल 1 लाख रुपए में बेचे जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. नीली पट्टियों वाली सफेद चप्पल के वायरल वीडियो ने भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स को ऐसी ही चप्पलों की याद दिला दी, जो आज भी देश में पहनी जाती हैं. बताया जा रहा है कि ये 'चप्पल' भारत के लोकल बाजारों में 200 से 400 रुपए तक मिल जाती हैं. 

लेकिन क्या आपको हवाई चप्पलों का इतिहास पता है? क्या आपको पता है कि इन चप्पलों का नाम हवाई चप्पल क्यों पड़ा? जी हां, इस अनूठे नाम के साथ एक दिलचस्प इतिहास जुड़ा हुआ है. हवाई चप्पल हर घर में पाई जाने वाली सबसे कॉमन चीजों में से एक है. ये चप्पल दूसरे फुटवियर की तुलना में पहनने में कहीं ज्यादा आरामदायक हैं. 

क्यों कहते हैं हवाई चप्पल 
इस अनोखे नाम का इतिहास हवाई द्वीप समूह से जुड़ा है, जो मध्य प्रशांत महासागर में स्थित ज्वालामुखीय द्वीपों का एक समूह है. इस द्वीप पर टी नामक एक विशेष प्रकार का पेड़ पाया जाता है. इस पेड़ से एक विशेष रबर जैसा फैब्रिक निकाला जाता है जिससे ये चप्पलें बनाई जाती हैं. और इस तरह इन चप्पलों को हवाई चप्पल के नाम से जाना जाने लगा. 

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ब्राज़ील में हवाइनास नामक कंपनी ने 1962 में हवाई चप्पलें बनाना शुरू किया. इन चप्पलों में नीले और सफेद रंग का डिज़ाइन था, जो सबसे लोकप्रिय रंग संयोजनों में से एक बन गया. ये रंग सभी चप्पलों में भी सबसे आम हैं. 

हवाई चप्पल का जापान कनेक्शन
हवाई चप्पल का इतिहास जापान से भी जुड़ा हुआ है. यह भी कहा जाता है कि हवाई चप्पल का डिज़ाइन जापान में पहने जाने वाले फ्लैट चप्पल 'ज़ोरी' या ऊंची एड़ी के सैंडल 'गेटा' से काफी मिलता-जुलता है. इसके अलावा, यह भी माना जाता है कि 1880 में, ग्रामीण जापान से कुछ मजदूरों को खेतों और कारखानों में काम करने के लिए हवाई भेजा गया था. और उन मजदूरों के साथ उनकी चप्पलों का डिज़ाइन भी हवाई तक पहुंच गया. 

भारत में हवाई चप्पल की शुरुआत कैसे हुई?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाटा जूता कंपनी ने सबसे पहले भारत में हवाई चप्पलें पेश की थीं. हालांकि ये चप्पलें विशेष रूप से आकर्षक नहीं हैं, फिर भी ये पॉपुलर चप्पलें हैं जो लगभग हर घर में पाई जा सकती हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि ये चप्पलें न केवल बेहद आरामदायक हैं, बल्कि काफी टिकाऊ भी हैं और कई सालों तक इस्तेमाल की जा सकती हैं. इस कारण, यह घर-घर की पसंदीदा हैं.