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बुजुर्ग महिला को मौत के घाट उतारने वाले पिटबुल कुत्ते को गोद लेंगे NGO, जानें भारत में Pet Adopt करने का क्या है 

Dog Adoption In India: आजकल लोग कुत्ता खरीदने की जगह अडॉप्ट करना ज्यादा पसंद करते हैं. हालांकि, इससे पहले कई बातों का ख्याल रखना होता है. इसके लिए सबसे पहले रेस्क्यू या पास के डॉग शेल्टर की तलाश करनी होती है.

Dog Adoption Dog Adoption
हाइलाइट्स
  • पिटबुल डॉग को गोद लेने के लिए नगर निगम से संपर्क किया है.

  • भारत में कर सकते हैं कुत्ता अडॉप्ट  

कुछ दिन पहले लखनऊ में अपनी 82 वर्षीय बुजुर्ग मालकिन को एक पिटबुल कुत्ते ने मौत के घाट उतार दिया था. अब उसी कुत्ते को गोद लेने के लिए आधा दर्जन एनजीओ और इसी तरह के संगठन आगे आए हैं. इतना ही नहीं आधा दर्जन अन्य आम लोगों ने भी पिटबुल डॉग को गोद लेने के लिए नगर निगम से संपर्क किया है.

बता दें, मृतक महिला एक रिटायर्ड टीचर थीं जो लखनऊ के कैसरबाग इलाके में अपने जिम ट्रेनर बेटे और अपने दो पालतू कुत्तों - एक पिटबुल और एक लैब्राडोर के साथ रहती थी. ब्राउनी नाम की महिला पर हमला करने वाले कुत्ते को तीन साल पहले वह अपने घर लाई थीं. 

बता दें, बेंगलुरु, दिल्ली, लखनऊ और देश के अन्य हिस्सों के एनजीओ सहित पिटबुल को अपनाने के लिए नगर निगम से संपर्क किया है. इसके अलावा लखनऊ के करीब छह लोगों ने नगर निगम से पिटबुल अपनाने में दिलचस्पी दिखाई है.

भारत में कर सकते हैं कुत्ता अडॉप्ट  

भारत में बहुत से लोग आवारा कुत्ते को गोद लेने की बात करते हैं. खरीदना से बेहतर कुत्ते को गोद लेने के लिए बहुत सारे लोग आगे आ रहे हैं. हालांकि, गोद लेने से पहले कुत्तों की पूरी तरह से जांच की जाती है कि वे स्वस्थ हैं या नहीं. कुत्ते की वैक्सीन से लेकर उनके रहने, तक के सभी प्रमाण देने होते हैं. 

कुत्ते को गोद लेने से पहले रखें इन बातों का ध्यान 

अगर आप कुत्ता गोद लेने के सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए क्योंकि यह एक पूर्णकालिक जिम्मेदारी है. कुत्तों को समय और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है. उन्हें आपके समय और ध्यान के साथ हर दिन सैर से लेकर छुट्टियों की योजना बनाने तक की जरूरत होती है. आपको उनके साथ अपनी लाइफ शेयर करनी होती है.

कुत्ते को गोद लेने का तरीका क्या है?

-सबसे पहले रेस्क्यू या पास के डॉग शेल्टर की तलाश करें

-शेल्टर पर जाएं और कुत्ते के साथ बॉन्डिंग बनाने का प्रयास करें

-कुत्ते के मेडिकल रिकॉर्ड और हिस्ट्री देखें 

-सभी जरूरी प्रक्रियाओं का पालन करें

-गोद लेने के कागजात साइन अप करें

इसके अलावा कुत्ते को गोद लेने के बाद ध्यान रखें कि कुत्तों को घर के अंदर रहने की आदत डलवानी होती है. उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग की जरूरत होती है. दैनिक आदतों के लिए एक रूटीन निर्धारित करें ताकि वे आसानी से सीख सकें.