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ये छोटी-छोटी आदतें बढ़ा सकती हैं आपकी खुशियां, जरूर अपनाएं

हर कोई खुश रहना चाहता है, इसके लिए जरूरी नहीं कि आपको कोई बहुत बड़ी खुशखबरी मिले तब ही आप खुश हों.. आप छोटी-छोटी आदतें अपनाकर भी खुश रह सकते हैं.

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हमारी जिदंगी में खुश रहना सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन कई बार हम ये भूल जाते हैं. या कभी -कभी आपकी कुछ आदतें ही आपकी खुशियां छीन लेती हैं.  यानी खुश रहने के लिए अच्छी आदतें अपनाना जरूरी है. पॉजिटिव आदतें आपकी पूरी जिंदगी को बदल सकती हैं. इसलिए इन आदतों को अपनाना भी जरूरी होता है. यहां पर हम आपको ऐसी आदतों के बारे में बता रहे हैं जिसे अपनाकर आप खुशहाल जिदंगी बीता सकते हैं. 

रोज की आदतें

1. मुस्कान
जब आप खुश होते हैं तो आप मुस्कुराने लगते हैं.  लेकिन यह वास्तव में मुस्कुराना हर हालात में चाहिए. चाहे आप खुश हों या दुखी. क्योंकि मुस्कु्राने से दिमाग में डोपामाइन रिलीज होता है, जो हमारे सेहत के लिए काफी अच्छा होता है. 

रिसर्च में भी ये पाया गया है कि मुस्कुराहट और खुशी के बीच की एक गहरा कनेक्शन है. ये भी पता होना चाहिए कि मुस्कुराने से चेहरा खिला-खिला और खूबसूरत  नजर आता है और खूबसूरत चेहरा हर किसी को पसंद आता है.  

2. व्यायाम
व्यायाम सिर्फ आपके शरीर के लिए नहीं है. रोजाना व्यायाम करने से खुशियां भी बढ़ती हैं, क्योंकि व्यायाम करने से  तनाव, चिंता और डिप्रेशन दूर होता है.  


स्टार्टर्स ये व्यायाम कर सकते हैं

  • रात के खाने के बाद टहलने की आदत
  • योग या ताई ची से करें शुरूआत  
  • अपने दिन की शुरुआत 5 मिनट की स्ट्रेचिंग से करें. 
  • अपने आप को कुछ मजेदार गतिविधियों में शामिल करें जैसे गोल्फ, गेंदबाजी या डांस

3. भरपूर नींद लें

ज्यादातर वयस्कों को हर रात कम से कम 7 घंटे की नींद की जरूरत होती है. अगर आपकी आदत दिन में सोने की है तो आपको थोड़ा तनाव हो सकता है ऐसे में कोशिश करें कि रात में ही अच्छी नींद लें.  

बेहतर नींद के लिए अपनाएं ये टिप्स

आप हर रात कितने घंटे सोते हैं उसका ध्यान रखें. और ये भी नोटिस करें कि आपको नींद के बाद कितना आराम मिल रहा है.  आप अपनी नींद को ट्रैक करने के लिए एक ऐप का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. 

  • सोने से पहले नहाने की आदत डालें, किताबें पढ़ें. 
  • अपने बेडरूम को अंधेरा, ठंडा और शांत रखें. 
  • कुछ अच्छे बिस्तर में निवेश करें. 
  • अगर आपको झपकी लेनी है, तो 20 मिनट से ज्यादा की ना लें.   
  • अगर आपको लगातार नींद न आने की समस्या हो रही है तो डॉक्टर से बात करने करें.  


4. खाना खाते समय मूड का रखें ध्यान

आप पहले से ही जानते होंगे कि आपके खानपान के तौर तरीके आपके पूरे शरीर पर असर पड़ता है. 

जैसे -कार्बोहाइड्रेट सेरोटोनिन, एक "फील गुड" हार्मोन छोड़ते हैं. वहीं चीनी और स्टार्च का कम से कम इस्तेमाल करें , इससे शरीर को कम ऊर्जा मिलती है. सब्जियां, बीन्स, और साबुत अनाज ज्यादा खाएं .चिकन, फलियां और डेयरी में हाई प्रोटीन पाया जाता है.  प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ डोपामाइन और नॉरपेनेफ्रिन छोड़ते हैं, जो एनर्जी और  एकाग्रता को बढ़ाते हैं. 

5. हमेशा रहें थैंकफुल

खुश रहने के लिए आप हर दिन शुक्रिया कहना सीखें. चीजों को एक्सेप्ट करें. इसके लिए ज्यादा समय देने की भी जरूरत नहीं है आप ब्रश करते वक्त या सुबह उठते ही ऐसा कर सकते हैं. 

आप छोटी-छोटी चीजें अपना कर भी खुश रह सकते हैं, जैसे ऑफिस में अपने सहकर्मी को कॉफी की पेशकश करें या किसी भी तरह की कोई मदद करके आप अपने चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकते हैं.  

6. तारीफ करें

शोध से पता चलता है कि आप जितने दयालु रहेंगे उतने ही ज्यादा खुश रहेंगे. अपनी खुद की खुशी को बढ़ाने के लिए सामने वाले की ईमानदारी से  तारीफ भी कर सकते हैं. अगर आप सामने वाले की आंख में आंख डाल कर उसके काम की या उसके लुक की तारीफ करेंगे तो सामने वाले के साथ आपको भी खुशी मिलेगी. 

7. गहरी सांस लें


आप तनाव में हैं, या आपको लग रहा है कि आप कुछ खो सकते हैं तो गहरी सांस लें. गहरी सांस लेने से आपको एक सूकून का एहसास होगा. 

 तनाव महसूस करने पर ये टिप्स अपनाएं

  • अपनी आँखें बंद करें. खुशियों के पलों को याद करें या कोई अच्छी कल्पना करें. 
  •  धीमी, गहरी सांस लें. 
  • अपने मुंह या नाक से धीरे-धीरे सांस छोड़ें. 
  • इस प्रक्रिया को कई बार दोहराएं जब तक कि आप खुद को शांत महसूस न करने लगें. 
  • अगर आपको धीमी सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो हर सांस के साथ 5 तक गिनती करें  
  • दुखी पलों को स्वीकार करें

अच्छी और बुरी चीजें सभी के साथ होती हैं. अगर आप अच्छी बातों के साथ बुरी बातों को भी अपनाने की आदत बना लेंगे तो आपके खुशियां डबल हो जाएंगी. अगर आपको कोई बुरी खबर मिलती है, या कोई गलती हो जाती है, या ऐसा लगता है कि आप किसी मुसीबत में है तो भी खुश रहने की कोशिश करें. दुख की भावना को स्वीकार करें, एक पल के लिए खुद को दुख का एहसास करने दें और पिर ये सोचें कि आप इस दुख के साथ रह सकते हैं क्या .. आपको तुरंत ही जबाव मिल जाएगा.