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अगर बाहर रहने पर आती है घर की याद, homesickness से बचने के आसान उपाय

अक्सर अपना शहर, अपना घर छोड़ने पर लोगों को घर की बहुत याद आती है. कई बार आपका मन करता है कि सब कुछ छोड़कर घर भाग जाएं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं की आपको हार मानकर घर चले जाएं, बल्कि आपको कुछ दूसरे तरीके खोजने चाहिए. जैसे- नए दोस्त बनाएं या फिर अपना मनपसंद काम करें.

होमसिकनेस होमसिकनेस
हाइलाइट्स
  • नए दोस्त बनाएं

  • अपना मनपसंद काम करें

नौकरी या पढ़ाई जैसी जरूरतों के लिए बच्चों को घर और परिवार से दूर रहना पड़ता हैं. जो बच्चे अभी-अभी टीनएज से बाहर आए हैं और आगे की पढ़ाई के लिए बड़े शहर की तरफ चल दिए हैं, या वो जो 22-23 साल की उम्र के बाद अब नौकरी करने दूसरे शहर गए हैं. तो उनका पहली बार घर छोड़ना बिल्कुल आसान नहीं होता हैं. ऐसे समय में कई बच्चे परिवार से अलग रहने के कारण अकेलापन महसूस करते हैं और तनाव में भी आ जाते हैं. ये बहुत ही सामान्य बात हैं कि घर से दूर जाने पर घर और परिवार की याद आएगी. लेकिन इसका ये मतलब नहीं हैं ऐसी परिस्थिति से निपटने के बजाए वापस घर भाग जाया जाए.

घर से दूर जाने पर कुछ बातों का ध्यान रखें. थोड़े से प्रयास से आप होमसिकनेस से बाहर आ सकते है. घर से दूर जब घर की याद सताने लगे तो क्या करें, ये हम बताते हैं, ताकि आप पढ़ाई और नौकरी अच्छे से कर सकें.

नए दोस्त बनाएं
परिवार से दूर आने के बाद जरूरी है कि अन्य लोगों के करीब रहा जाए. परिवार के करीब ना होने का ये मतलब नहीं है कि अकेला ही रहा जाए. अपने कॉलेज, ऑफिस में, पड़ोस में कुछ दोस्त बनाएं. चाहे वो आपके खास दोस्त बने हो या फिर नहीं. अगर नए शहर में किसी से जान-पहचान है तो उनके साथ भी समय बिताएं. जैसे-जैसे समय बिताएंगे दोस्त अपने आप बनते जाएंगे.

अपना मनपसंद काम करें
थोड़ा समय अपने लिए भी निकालें. अकेले बैठकर नकारात्मक बातें न सोचें, अपना समय कुछ अच्छी चीजों में लगाएं. अकेलेपन का सही इस्तेमाल करें. जैसे मनपसंद संगीत सुनना, किताबें पढ़ना, फिल्में देखना. इसके अलावा कसरत या योग करना भी शुरू कर दें या कोई नया खेल खेले जिसे आप खेलना पसंद करते हैं. इससे जब घर की याद आएगी तो आप इनमें अपना वक्त गुजारेंगे और बेवजह के तनाव से बचेंगे. इससे समय तो गुजरेगा ही साथ ही कुछ नया भी सीखने को मिलेगा.

खुद से बातें करें
अकेले होने पर आप अपने आप को अकेलेपन से जोड़कर देखते हैं. वास्तव में अकेले होने के कई सारे फायदे भी हैं. खुद की सोच को सकारात्मक रखें और आगे बढ़ें. समय के साथ सब ठीक हो जाता है. आप खुद पाएंगे कि कुछ समय बाद चीजें अपने आप सही होने लगेगी. अकेले समय में खुद से बात करें और बताएं कि आप अभी अकेले है लेकिन हमेशा नहीं रहेंगे. खुद से बात करते हुए अपने आप में कमियां और अच्छाई भी तलाशे. अपनी कमियों और अच्छाइयों पर दोस्तों से बात करें, अपनी कमियों को दूर करने की कोशिश करें. अकेलेपन से घबराइए नहीं इसका फायदा उठाइए.