हावड़ा-रांची शताब्दी एक्सप्रेस में सवार शाहनवाज अख्तर को उस समय बेहद आश्चर्य हुआ जब ट्रेन में उसे रोज़ा खोलने के समय इफ्तारी की पेशकश की गई. एक अधिकारी ने कहा कि आईआरसीटीसी हिंदू यात्रियों के लिए नवरात्रि के दौरान उपवास भोजन परोसता है, लेकिन रमजान रखने वालों के लिए ऐसी कोई सुविधा नहीं है. इस तरह जब अख्तर के लिए इफ्तारी की पेशकश की गई तो काफी खुश हुए और अपना अनुभव पोस्ट के जरिए शेयर कर ट्वीट किया.
अख्तर ने लिखा, "#इफ्तार के लिए #IndianRailways का धन्यवाद. जैसे ही मैं धनबाद में हावड़ा शताब्दी में सवार हुआ, मुझे अपना नाश्ता मिला. मैंने पेंट्री मैन से चाय लाने का अनुरोध किया क्योंकि मुझे रोजा खोलना था. उसने पूछकर पुष्टि की, आपका रोजा है? मैंने हां में सिर हिलाया. फिर बाद में कोई और इफ्तार लेकर आया."
आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि अख्तर के लिए इफ्तार का प्रबंध ऑन-बोर्ड मैनेजर ने खुद किया था. IRCTC के ऑन-बोर्ड कैटरिंग सुपरवाइजर प्रकाश कुमार बेहरा ने कहा, "हमारा स्टाफ अपना रोजा तोड़ने वाले थे और यात्री (अख्तर) उसी कोच में चढ़ा. उसने हमें बताया कि वह भी रोजे रख रहा है, इसलिए हमारे स्टाफ ने उसके साथ इफ्तार शेयर किया जोकि एक मानवता भी है." अख्तर के ट्वीट शेयर करने के बाद स्टाफ को लोगों से प्रशंसा मिली वहीं कुछ अन्य ने कहा कि अख्तर को बोर्ड के स्टाफ को धन्यवाद देना चाहिए न कि रेलवे को.
रेल राज्य मंत्री ने भी किया ट्वीट
वहीं रेल राज्य मंत्री दर्शन जरदोश ने ट्वीट किया, "आपकी टिप्पणियों से पूरा भारतीय रेलवे परिवार प्रभावित हुआ है और आशा है कि आपने अच्छा भोजन किया. यह एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के आदर्श वाक्य के साथ काम करती है. जय हिंद."
नवरात्रि के दौरान व्रत वाली थाली
रेलवे की टिकट, खानपान और पर्यटन शाखा, इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने नवरात्रि पूजने के दौरान यात्रियों के लिए एक विशेष मेनू प्लान किया था. इस विशेष मेनू में सभी व्यंजन बिना प्याज और लहसुन के सेंधा नमक में तैयार किए गए थे. नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोग सेंधा नमक में बना भोजन ही खाते हैं. वहीं इस दौरान रमजान चल रहे हैं और दुनियाभर के मुसलमान इस दौरान रोजा रखते हैं. इफ्तार उपवास तोड़ने के लिए किया जाता है.