देश में पिछले कुछ सालो में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा है. ऐसे में प्रदूषण को कम करने के लिए नए-नए तरीके भी इजाद किए जा रहे हैं. इन तरीको में ईको -फ्रेंडली चीजों का इस्तेमाल करना सबसे ज्यादा जरूरी है. पर्यावरण को बचाने के लिए देश में ईको -फ्रेंडली घरों का भी चलन बढ़ता जा रहा है. इसी को देखते हुए आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने भी एक ईको-फ्रेंडली घर बनाया है.
IIT बॉम्बे के छात्रों की तकनीकी टीम शून्य डेकाथलॉन प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र टीम हैं. वही इस प्रतियोगिता को 'सस्टेनेबल आर्किटेक्चर के ओलंपिक' के रूप में भी जाना जाता है, जिसे अमेरिकी ऊर्जा विभाग द्वारा आयोजित किया जाता है.
स्मार्ट, टिकाऊ और किफायती घर
इस टीम के प्रोजेक्ट विवान को यूएस सोलर डेकाथलॉन बिल्ड चैलेंज 2023 के बिल्ड फेज के लिए मंजूरी भी मिली है. जिसका आयोजन यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी ने 50000 यूएस डॉलर की पुरस्कार राशि के साथ किया था. प्रोजेक्ट विवान के साथ, टीम SHUNYA का उद्देश्य एक स्मार्ट, टिकाऊ और किफायती घर बनाना है. जोकि ईको-फ्रेंडली हो. इन घरों की खास बात यह भी है कि इस में नेट जीरो कार्बन और नेट जीरो वाटर बिल्डिंग होगा. वहीं यह परियोजना वर्तमान में IIT बॉम्बे परिसर में निर्माणाधीन है.
इन घरों में होगी हर सुविधा
इन घरों की सबसे ज्यादा खास बात ये होगी कि इन घरों को बनाने के समय बहुत कम सीमेंट का इस्तेमाल किया गया है, सिर्फ घर की नींव रखने के लिए ही सीमेंट इस्तेमाल की गई है. एग्रो वेस्ट से घर की दीवार का निर्माण किया गया है. साथ ही इन घरों में बिजली के इस्तेमाल के लिए सोलर पैनल्स भी लगाए जाएंगे. पानी बर्बाद ना हो असके लिए रिसायकल की सुविधा भी की गई है. इस घर में लगे सभी उपकरण मोबाइल एप के जरिए चलाए जाएंगे. इन्हें स्मार्ट होम भी कहा जा सकता है.