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India Renewable Energy Sector: अक्षय ऊर्जा क्षमता में बढ़ोतरी के मामले में तीसरे नंबर पर पहुंचा भारत, सिर्फ इन दो देशों से है पीछे

REN21 ने 15 जून को "Renewables 2022" रिपोर्ट पब्लिश कर बताया है कि अमेरिका और चीन को बाद अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता में बढ़ोतरी के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है.

Representational Image (Photo: Unsplash) Representational Image (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • भारत ने अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता में पिछले साल 15.4 गीगावाट (GW) की बढ़ोतरी की

  • 2070 तक नेट-जीरो देश बनने का है लक्ष्य

भारत ने साल 2021 में चीन और अमेरिका के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा क्षमता (Renewable Power Capacity) बढ़ोतरी देखी. REN21 ने 15 जून को नवीनतम वैश्विक स्थिति रिपोर्ट "Renewables 2022" पब्लिश की. जिसके अनुसार, भारत ने अपनी अक्षय ऊर्जा क्षमता में पिछले साल 15.4 गीगावाट (GW) की बढ़ोतरी की.

वहीं, चीन ने 136 GW और US ने 43 GW की बढ़ोतरी की. सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) क्षमता वृद्धि के मामले में, भारत विश्व स्तर पर तीसरे स्थान (2021 में 13 गीगावॉट अतिरिक्त) पर था. फोटोवोल्टिक (पीवी) मेटेरियल और डिवाइस का उपयोग सूरज की रोशनी को विद्युत ऊर्जा (Electrical Energy) में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है. भारत अपने कुल इंस्टॉलेशन (60.4 GW) के लिए पहली बार जर्मनी (59.2 GW) को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर आ गया.

2070 तक नेट-जीरो देश बनने का है लक्ष्य

देश के 18,100 करोड़ रुपये (24.3 बिलियन डॉलर) के सौर उत्पादन कार्यक्रम का विस्तार करने के बाद सौर ऊर्जा क्षेत्र ने भारत में निवेश में वृद्धि देखी. REN21 की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह योजना घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को बैटरी निर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन देती है.

हालांकि, इसके बावजूद, भारत अभी भी 2030 के अपने लक्ष्य से बहुत दूर है. भारत का लक्ष्य 2030 तक 450 गीगावाट (GW) की अक्षय ऊर्जा क्षमता को इंस्टॉल करना है ताकि ऊर्जा क्षेत्र को डीकार्बोनाइज किया जा सके और 2070 तक नेट-जीरो देश बनने का लक्ष्य प्राप्त हो सके.