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Make in India को बढ़ावा दे रहे हैं उद्यम, बना रहे सस्टेनेबल और इको फ्रेंडली प्रोडक्ट, देशी ग्राहकों के साथ विदेशियों का भी लुभाया मन

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में इंडियन हैंडीक्राफ्ट एंड गिफ्ट फेयर में अलग-अलग जगह से आए उद्यमियों के सस्टेनेबल और इको फ्रेंडली प्रोडक्ट्स की धूम रही. इस मेले में हैंडमेड पेपर, डेकॉर से लेकर बच्चों के लिए बनाया गया चार्जिंग से चलने वाला स्कूटर सुपरहिट रहा.

Scooter made with old things Scooter made with old things
हाइलाइट्स
  • रीसाइक्लड प्रोडक्ट बने आकर्षण का केंद्र

  • बच्चों के लिए एंटीक मॉडल वेस्पा स्कूटर

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में इंडियन हैंडीक्राफ्ट एंड गिफ्ट फेयर, इंडियन एक्सपो मार्ट का आयोजन किया गया. यहां देश भर से हैंडीक्राफ्ट सेक्टर के मैन्युफैक्चरर्स में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी की. इस बार 53वां संस्करण था और इसमें सबसे खास रही 'सस्टेनेबिलिटी' थीम. 

सभी मैन्युफैक्चरर्स ने अपने उत्पादों में सस्टेनेबिलिटी पर ध्यान दिया. नॉर्थ ईस्टर्न के हैंडीक्राफ्ट से लेकर राजस्थानी, हैंडमेड पेपर प्रोडक्ट्स ने न सिर्फ देशी बल्कि विदेशी ग्राहकों का मन जीता. एक्सपो में करीबन 900 मार्ट्स लगाए गए थे. 

रीसाइक्लड प्रोडक्ट बने आकर्षण का केंद्र:

इस बार फेयर में रीसाइक्लड प्रोडक्ट आकर्षण का केंद्र बने. जयपुर, राजस्थान से एग्जिबिशन में आए निखिल खंडेलवाल रीसायकल हैंडमेड पेपर से सजावट की वस्तुएं बनाते हैं. उनकी फैक्ट्री जयपुर में ही है जिसमें वह लोकल कारीगरों को काम देते हैं.

Sustainable Products

उनका कहना है कि प्रकृति को संरक्षित करने का यही तरीका है. उनकी बनाई सभी सजावट की वस्तुएं इको फ्रेंडली हैं और प्रकृति को इनसे नुकसान नहीं पहुंचाता है. उनकी कोशिश है कि लोग ज्यादा से प्रकृति के प्रति सचेत रहें. सजावट के लिए ऐसी वस्तुओं का चयन करें जो प्रकृति को हानि न पहुंचाती हों. 

निखिल खंडेलवाल हैंडमेड रीसाइक्लेबल पेपर से ज्वेलरी बॉक्स, क्रिसमस की सजावट का सामान, लाइट लैंप, डायरी आदि बनाते हैं. उनका कहना है कि लोग अब इस तरीके की इको फ्रेंडली वस्तुओं को काफी पसंद कर रहे हैं और उन्हें इंटरनेशनल ग्राहक भी काफी मिल रहे हैं. 

बड़े होटलों में भी बढ़ी इको फ्रेंडली चीजों की मांग:

रीसायक्लेबल डेकॉर के सामान में भारतीय मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री अब विश्व स्तर तक पहुंच रही है. मुरादाबाद से आए राज कुमार बताते हैं कि उन्होंने 2013 में रीसायक्लेबल डेकॉर बनाने की शुरुआत की थी और आज इसकी पहुंच विदेशों तक है. 

उनका कहना है कि लोगों में जागरूकता बढ़ी है. अब न सिर्फ विदेशों में उनका बनाया सामान सप्लाई होता है बल्कि भारत में भी बड़े-बड़े रेस्टोरेंट और होटल अब इको-फ्रेंडली सजावट करना चाहते हैं. वह बताते हैं कि इसकी वजह से लोकल लोगों को भी काम मिला है. 

बच्चों के लिए एंटीक मॉडल वेस्पा स्कूटर:

इस एक्सपो मार्ट में एक अनोखा वेस्पा स्कूटर भी चर्चा का विषय बना हुआ है. यह वेस्पा स्कूटर बच्चों के लिए डिजाइन की गई है. मुरादाबाद के मोहम्मद आजम ने बताया कि उनका एंटीक समान का कारोबार है. 

वह नई चीजों में क्रिएटिविटी का तड़का लगाते रहते हैं. उन्होंने बताया कि उनके साथ काम करने वाले सलीम अली ने कई नई चीजों के आईडिया निकाले हैं. जिनमें से एक यह छोटे बच्चों के लिए वेस्पा स्कूटर है. 

यह वेस्पा स्कूटर उनके यहां काम करने वाले इमरान ने बनाया है. इमरान बताते हैं कि उन्होंने इंटरनेट से इसका डिजाइन देखा था. 2 से 3 महीने का समय स्कूटर को बनाने में लगा और अभी स्कूटर एक बार चार्ज करने के बाद 2 घंटे तक चलाया जा सकता है.

Vintage Car

 

इसी के साथ साथ आजम की स्टॉल पर विंटेज कार भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यह भी बच्चों के लिए ही डिजाइन की गई है. इसको मैनुअली चलाया जा सकता है या फिर पेडल मारकर भी बच्चे इसे चला सकते हैं.

आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा:

फिरोजाबाद के अभिषेक कौशिक का कहना है कि सभी प्रोडक्ट्स मेक इन इंडिया हैं. जिसका फायदा हिंदुस्तान को मिल रहा है. उनका कहना है कि कोरोना के दौरान भी भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. चीन पर लगे प्रतिबंधों की वजह से भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिला.

अमेरिका से बड़ी संख्या में खरीददार भारत की तरफ रुख कर रहे हैं. जिसकी वजह से भारत की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लोगों को फायदा हुआ है. इस बार ज्वेलरी, हैंडीक्राफ्ट एवं कपड़े अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों की पहली पसंद रहे हैं.

कोरोना के बाद यह मंच मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री के लोगों के कारोबार में एक नई उम्मीद जगाने वाला है. ज्यादातर मैन्युफैक्चरर्स मानते हैं कि इस तरीके के फेयर से उन्हें फायदा मिल रहा है और उन्हें आगे उम्मीद है कि बाजार में आगे और ज्यादा मुनाफा मिलेगा.