हैदराबाद स्थित ज्वेलरी ब्रांड, शिव नारायण ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में अपने डिजाइन्स के लिए 8वां गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स खिताब हासिल किया हैा. इस भारतीय आभूषण घराने ने सात परतों वाला एक हार बनाया है, जिसमें सबसे ज्यादा संख्या में पन्ने और हीरों को जड़ा गया है. इसके लिए, उन्हें हाल ही में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला है.
उन्होंने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से नए रिकॉर्ड की खबर शेयर की, जिसका टाइटल था, 'भारत का गौरव: शिव नारायण हमारी चार प्रतिष्ठित उत्कृष्ट कृतियों: द गणेश पेंडेंट, द राम दरबार, द सतलड़ा (सात परत) हार और मैग्नीफाइंग ग्लास के लिए 8 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (टीएम) खिताब हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय जौहरी बन गए हैं.'
क्या खास है सतलड़ा में
सातलड़ा हार या सात परत का हार शिव नारायण की तीसरा अवॉर्ड विनिंग मास्टरपीस है. इसके लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की वेबसाइट पर लिखा गया है, "हार का वजन 566.890 ग्राम है. हार हीरे और पन्ने के साथ 41.07 सेमी (16.17 इंच) लंबा, 29.46 सेमी (11.60 इंच) चौड़ा, 0.56 सेमी (0.22 इंच) मोटा है. इस हार में हीरे के 1971 पीस शामिल हैं, जिनका अनुमानित वजन 95.31 कैरेट है और पन्ना के 315 पीस हैं, जिनका अनुमानित वजन 531.40 कैरेट है. हार को 18-कैरेट सोने में 7 परतों वाले पैटर्न के साथ डिजाइन किया गया है. यह एक हार पर सबसे ज्यादा पन्ने जड़ने और एक हार पर सबसे अधिक हीरे जड़ने का रिकॉर्ड रखता है."
इन मास्टरपीस के लिए जीते रिकॉर्ड
शिव नारायण ज्वैलर्स ने अपने चार मास्टरपीस के लिए रिकॉर्ड जीते हैं: द गणेश पेंडेंट, द राम दरबार, द सातलड़ा (सात परत) नेकलेस और द मैग्नीफाइंग ग्लास. शिव नारायण ज्वैलर्स के गणेश पेंडेंट को सबसे भारी पेंडेंट के रूप में मान्यता दी गई, जिसका वजन 1,011.15 ग्राम था. मार्च 2023 में 11,472 पीस की गिनती के साथ, इसे एक पेंडेंट पर सबसे अधिक हीरे जड़ने का खिताब भी मिला.
उनके एक और नेकलेस "राम परिवार" को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला है. यह हार 400 कैरेट से ज्यादा के हीरे से बना है. इसमें 70,000 पीस डायमंड, 2600 कैरेट पन्ना और लगभग 1.9 किलोग्राम सोना है. यह हार 12 से 13 कारीगरों का उत्पाद है, जिन्होंने लगभग 8 महीनों तक इस हार को सावधानीपूर्वक तैयार किया है.