नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पटना (NIT Patna) में पढ़ने वाले 23 साल के तपल नादामुनी ने चार साल में दूसरी बार दुनिया का सबसे छोटा वैक्यूम क्लीनर बनाने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) अपने नाम कर लिया है. इस वैक्यूम क्लीनर की लंबाई 0.65 सेंटीमीटर या 0.25 इंच है. यानी यह एक आम बॉल पेन से भी छोटा है.
कैसा है तपल का वैक्यूम क्लीनर?
तपल ने 1.76 सेंटीमीटर का वैक्यूम क्लीनर बनाकर 2020 में भी यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था. हालांकि उनका रिकॉर्ड बाद में टूट गया था. तपल ने पिछले दो साल यह रिकॉर्ड दोबारा अपने नाम करने में बिताए हैं. इस कोशिश में दो बार उनके प्रयास गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने रिजेक्ट भी किए लेकिन इस बार उनको कामयाबी मिल गई.
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की वेबसाइट तपल के हवाले से बताती है कि इस बार सफल होने के लिए उन्होंने एकदम नया डिज़ाइन चुना. वर्ल्ड रिकॉर्ड के मानकों पर खरा उतरने के लिए तपल ने पहले 50 डिज़ाइन तैयार किए. उसके बाद ही अंतिम डिज़ाइन को चुना. तपल के वैक्यूम क्लीनर की बॉडी जहां बॉल पेन से बनी है, वहीं इसका हैंडल रबर से बनाया गया है. वैक्यूम क्लीनर में मेटल का इस्तेमाल भी किया गया है.
वैक्यूम के अंदर एक छोटा घूमने वाला पंखा है जो चार-वोल्ट कंपन मोटर से चलता है. यही पंखा कूड़े को अंदर खींचने के लिए दबाव पैदा करता है. जब वैक्यूम क्लीनर को बिजली से कनेक्ट किया जाता है तो यह एक पारंपरिक वैक्यूम क्लीनर की तरह घरघराते हुए धूल को अपने अंदर खींच लेता है. जिसे बाद में खाली किया जा सकता है. कुल मिलाकर, तपल ने इस परियोजना पर लगभग 20,000 रुपये खर्च किए.
क्या थीं वर्ल्ड रिकॉर्ड की शर्तें?
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए गिनीज़ की भी कुछ शर्तें थीं. इसके लिए वैक्यूम क्लीनर का काम करना जरूरी था. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड की परिभाषा के अनुसार, वैक्यूम क्लीनर बिजली से चलने वाली एक मशीन है जो नेगेटिव दबाव की मदद से कचरे को अपने अंदर खींचती है. तपल ने अपने वैक्यूम क्लीनर का धड़ एक पेन के ढांचे से ही बनाया था.
तपल के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी इतना दबाव पैदा करना जो कूड़े को वैक्यूम क्लीनर के अंदर खींच सके. टेस्टिंग के दौरान इसमें चुनौतियां भी आईं, जिसके कारण तपल को अपने डिजाइन में बदलाव भी करने पड़े. आखिरकार जरूरी बदलावों के बाद तपल का वैक्यूम क्लीनर काम करने लगा.
गैजेट बनाना रहा है शौक
बचपन से ही गैजेट्स का आविष्कार करना तपल का शौक रहा है. चार साल बाद यह रिकॉर्ड वापस पाकर उन्हें खुशी हो रही है. वह गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड से कहते हैं, "हमारे कॉलेज के सभी छात्र इस छोटे वैक्यूम क्लीनर को देखकर हैरान थे. मेरी फैकल्टी ने मुझे बताया कि यह अब तक देखी गई सबसे सुंदर रचना है."