किन्नर समाज एक ऐसा समाज है जिन लोगों ने सदियों से काफ़ी कुछ झेला है और काफी कुछ सहन भी किया है. वहीं किन्नर समाज के लोग लगातार अपने वजूद और अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे है. मगर ना ही उनको अपना हक ठीक से मिल पता है और ना ही आम समाज में उनको कोई दर्जा दिया जाता है. ऐसे में हर जगह किन्नर समाज के लोगों को अलग रखा जाता है जो चीजें हर किसी का हक होती है वो भी उनको नहीं मिल पाती है. हाल ही में मुंबई में एक Transgender सैलून शुरू किया गया है. जिसे 7 किन्नर समाज के लोग मिलकर चला रहे हैं.
सैलून खोलने वाली खुद ट्रांस
मुंबई में शुरू हुए ट्रांसजेंडर सैलून को जैनब ने शुरू किया है. जो खुद किन्नर समाज से आती है. इस ट्रांसजेंडर सैलून को शुरू करने को लेकर जैनब का कहना है कि इस सैलून को खोलना काफी जरूरी था, क्योंकि किन्नर समाज के लोगों को सशक्त करने और आत्मनिर्भर बनाना काफी जरूरी है. इस सैलून में किन्नर समाज आने वाले लोगों को ट्रेनिंग के साथ ही काम भी दिया जा रहा है. जिसके चलते वह सम्मान से अपना जीवन-यापन कर सके और आगे बढ़ सकें.
मिलेगी अपना स्टार्टअप खोलने की प्रेरणा
इसके साथ ही जैनब ने बताया कि इस ट्रांसजेंडर सैलून को खोलने में उनका deutsche बैंक और रोटरी क्लब ऑफ़ बॉम्बे की तरफ से मिला है. जिसके चलते यह सैलूम ओपन हो सका. इस सैलून के शुरू होने से किन्नर समाज के दूसरे लोगों को भी अपना स्टार्टअप खोलने की प्रेरणा मिलेगी. इसके साथ ही किन्नर समाज के लोगों को सशक्त करने के लिए और आत्मनिर्भर की भी प्रेरणा मिलेगी.