तिरुपति में रहने वाले 35 वर्षीय वैकुंठम वीरंजनेयुलु हम सब लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं. वह 10 साल से भी ज्यादा समय से जरूरतमंदों को भोजन और पानी वितरित कर रहे हैं. उन्हें लोग चिलीज अंजी के नाम से भी जानते हैं. वह पेशे से होटल व्यवसायी हैं. वह तिरुमाला पहाड़ी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए भोजन उपलब्ध कराते हैं.
जरूरतमंद लोगों की दुर्दशा को समझते हुए, उन्होंने लगभग 25,000 लोगों को भोजन बांटा है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान तिरुपति के एसवीआर रुइया गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में आए थे. जब भी चिलीज ग्रुप की मिनीवैन सरकारी अस्पताल में आती है तो लोग कतार में लग जाते हैं. वह मिक्स्ड वेज करी के साथ वेजिटेबल बिरयानी परोसते हैं और महीने में तीन बार चिकन बिरयानी सर्व करते हैं.
मरीजों ओर उनके परिजनों को खिलाया खाना
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कोविड-19 महामारी के दौरान अस्पताल में भर्ती हुए कई मरीजों के परिजनों को खाली पेट सोना पड़ा क्योंकि लॉकडाउन के दौरान रेस्तरां और भोजन केंद्र बंद थे. लोगों की परेशानी को समझते हुए, अंजी ने आगे आकर अपनी जेब से मरीजों और उनके परिजनों को भोजन बांटा.
कई सालों से वह एआईआर बाईपास रोड, ईस्ट पुलिस स्टेशन और तिरुपति में केटी रोड और कडप्पा बस स्टैंड पर लोगों को पीने का पानी मुहैया कराते हैं. वह उन छात्रों की आर्थिक मदद भी करते हैं जिनके पास अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए धन नहीं है. काम करने वाले और शहर की स्वच्छता बनाए रखने वाले स्वच्छता कर्मचारियों को आवश्यक चीजें देते हैं.
14 सालों से खिला रहे हैं खाना
उनका कहना है कि जिन्होंने अपने जीवन में सफलता हासिल की है, उन्हें समाज को कुछ वापस जरूर देना चाहिए. वह अपने ग्राहकों को उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद करते हैं. चिल्लीज ग्रुप पिछले 14 सालों से शहर में तीर्थयात्रियों को गर्मी के दिनों में खाना और मिनरल वाटर उपलब्ध करा रहा है. उन्होंने तिरुपति शहर में गंगा जात्रा के दौरान भक्तों को रागी माल्ट और छाछ भी उपलब्ध कराई है.