महान पेंटर लिओनार्दो दा विंची की पेंटिंग मोनालिसा एक बार फिर से चर्चा में है. पेरिस के लुवरे संग्रहालय में लगी इस पेंटिंग पर एक आदमी ने केक फेंक कर इसे खराब करने की कोशिश की. बुलेटप्रूफ कांच की वजह से इस पेंटिंग को नुकसान नहीं हुआ. उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि इस पेंटिंग को नुकसान पहुंचाने की कई बार कोशिश हो चुकी है.
इस पेंटिंग की कीमत 6748 करोड़ रुपये है. करीब 500 साल पहले लिओनार्दो दा विंची ने इसे बनाया था. यह पेंटिंग आज भी एक मिस्ट्री बनी हुई है. आखिर क्या राज छुपे हैं इस पेंटिंग में जो इसे दुनिया की सबसे रहस्यमई पेंटिंग बनाते है.
वैज्ञानिकों का दावा है कि मोनलिसा की पेंटिंग के पीछे एक दूसरी औरत की तस्वीर है. एक रिसर्च में यह दावा किया गया कि मोनालिसा जब गर्भवती थी या फिर वह नई-नई मां बनी थी शायद तभी इस पेंटिंग को बनाया गया था.
इस पेंटिंग में नजर आ रही महिला फ्लोरेंस के व्यापारी फ्रांसेस्को डेल जियोकोंडो की पत्नी थी. उनके परिवार ने 1503 से 1506 के बीच इस पेंटिंग को बनवाने के लिए विंची से कहा था. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस पेंटिंग में विंची ने खुद को एक औरत के रूप में बनाया था.
आपको जानकर हैरानी होगी कि विंची ने मोनालिसा के होंठ बनाने में 12 साल लगा दिए. 1517 तक इस पेंटिंग में विंची ने कई बार बदलाव किए थे. इस पेंटिंग को बनाने में विंची को 14 साल लग गए. कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि यह पेंटिंग अधूरी रह गई थी. क्योंकि 1517 में विंची का दाहिना हाथ पैरलाइज हो गया था.
इस पेंटिंग को बनाने के लिए 30 से भी ज्यादा लेयर्स का इस्तेमाल किया गया था. इस पेंटिंग को बनाने में लकड़ी के कोयले का भी उपयोग किया गया है.
मोनालिसा की पेंटिंग की सबसे रहस्यमई बात है इसकी मुस्कान, जो अलग-अलग एंगल से देखने पर अलग-अलग दिखती है. पहले यह तस्वीर मुस्कुराती हुई दिखाई देती है. फिर दोबारा देखने पर इसकी मुस्कान फींकी पड़ जाती है और फिर गायब हो जाती है.