

अपनी अभिव्यक्ति को आर्टिस्ट विभिन्न रंगों से कैनवास, पेपर, कपड़ा आदि पर उकेरते हैं, लेकिन जयपुर की यंग आर्टिस्ट पूजा गोस्वामी अपनी कला को पेपर या कैनवास पर नहीं बल्कि लकड़ी पर उकेरती हैं और वो भी बिजली के करंट से.
वुड बर्निंग पेंटिंग क्या है
पूजा इलेक्ट्रोनिक चीजें जोड़ने के लिए काम में आने वाले सोल्डरिंग आयरन को बिजली से जोड़कर उसके माध्यम से पेंटिंग करती हैं, जिसे 'वुड बर्निंग पेंटिंग' कहते हैं. दिखने में भले ही यह पेंटिंग आसान लगे लेकिन इसे बनाने में रंगों की तुलना में ना सिर्फ समय ज्यादा लगता है बल्कि यह खतरनाक भी होता है.
चार साल से कर रहीं पेंटिंग
आर्टिस्ट पूजा गोस्वामी बताया कि वह पहले रंगों से पेंटिंग बनाती थीं लेकिन एक दिन पिता की बैटरी शॉप पर थोड़ा शॉर्ट सर्किट हुआ, जिससे वहां जली हुई लकड़ियों पर आड़ी तिरछी अजीब कलाकृतियां बन गई. इसके बाद उसने सोल्डरिंग आयरन को लकड़ी के बेड पर रखा, तो वह कई जगह से जला हुआ नजर आया. पापा ने पूरी बात समझाई कि यह कैसे हुआ, तभी मैंने इसके जरिए पेंटिंग बनाने की ठानी. अब पिछले 4 सालों से वो सोल्डरिंग आयरन से पेंटिंग कर रही हैं, जिसमें वो कई तरह की अद्भुत पेंडिंग बना चुकी हैं.
कई बार लग चुका है बिजली का करंट
वुड बर्निंग पेंटिंग के बारे में बताते हुए पूजा ने बताया कि इसे लकड़ी पर टच करने पर बर्न होने लगती है और पेंटिंग में गहरा कलर करने के लिए उस जगह को ज्यादा जलाते हैं और नॉमर्ल रखने के लिए कम. यह पेंटिंग बनाते समय खराब स्मैल आती है, जिससे कई बीमारियां होने का भी डर रहता है. यही नहीं आयरन के उपयोग के लिए बिजली यूज होती है तो कई बार करंट का झटका भी लगा है, लेकिन रंगों के तुलना में इस पेंटिंग को बनाना उनके लिए अनूठा है और उनका दावा है कि वुड बर्निंग पेंटिंग करने वाली राजस्थान की वो एक मात्र कलाकार है.
रिपोर्ट- विशाल शर्मा