राजस्थान में जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल 2024 का आगाज कल यानी 22 फरवरी से होने जा रहा है. ये फेस्टिवल 24 फरवरी तक चलेगा. इस फेस्टिवल में राजस्थान की संस्कृति को करीब से देखने को मिलेगा. इस फेस्टिवल को मरू महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. यह हर साल फरवरी के महीने में आयोजित होता है. पर्यटक फेस्टिवल में कई सारी एक्टिविटी का आनंद ले सकते हैं. इस महोत्सव के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.
क्या है फेस्टिवल की थीम-
जैसलरमेर डेजर्ट फेस्टिवल 2024 की थीम 'बैक टू द डेजर्ट' है. मरू महोत्सव का आयोजन सरकार का पर्यटन विभाग करता है. इसका आयोजन जैसलमेर के सम गांव के पास लखमना ड्यून्स में किया जा रहा है. जैसलमेर से इस गांव की दूरी करीब 44 किलोमीटर है. जबकि जैसलमेर से यहां तक जाने में करीब एक घंटे का वक्त लगेगा. फेस्टिवल की शुरुआत लक्ष्मीनाथ मंदिर में शोभायात्रा से होगी. यह मंदिर जैसलमेर रेलवे स्टेशन से 10 किलोमीटर की दूरी पर है. सबसे पहले मंदिर में अभिषेक किया जाएगा. उसके बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी.
जैसलमेर डेजर्ट फेस्टिवल का पहली बार आयोजन साल 1979 में किया गया था. इसके बाद से हमेशा इसका आयोजन होता आया है. इसमें सीमा सुरक्षा बल के प्रशिक्षित ऊंट हिस्सा लेते हैं. इस बार फेस्टिवल में आध्यात्मक का रंग भी देखने को मिलेगा.
फेस्टिवल में क्या होगा खास-
यह फेस्टिवल दो दिन तक चलेगा. इसमें कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. पर्यटक इसमें हॉट एयर बैलून से राजस्थानी लोकनृत्य का लुत्फ उठा सकते हैं. अगल-अलग तरह की प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी. महोत्सव में लंबी मूंछ, मिस्टर डेजर्ट और पगड़ी बांधने जैसी प्रतियोगिताएं होंगी. इन प्रतियोगिताओं में जीतने वालों को इनाम भी दिया जाएगा. इस फेस्टिवल में ऊंट दौड़ भी होगी. कलाकार ऊंट पर बैठकर करतब दिखाएंगे.
कैसे होगी फेस्टिवल में एंट्री-
पर्यटक सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक इस फेस्टिवल में शामिल हो सकते हैं. फेस्टिवल में जाने के लिए एंट्री फीस देनी होगी. भारतीय पर्यटकों के लिए फेस्टिवल में जाने के लिए 20 रुपए एंट्री फीस रखी गई है, जबकि विदेशी टूरिस्टों के लिए 100 रुपए फीस है. अगर पर्यटक ऊंट की सवारी करना चाहते हैं तो इसके लिए अलग से फीस देनी होगी. फेस्टिवल में अलग-अलग तरह के फूड स्टॉल लगेंगे. इस दौरान पर्यटक राजस्थानी व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकते हैं.
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