scorecardresearch

मुस्लिम होकर भी खुद गणपति की मूर्ति लेकर आया यह पुलिस इंस्पेक्टर, स्टेशन में की स्थापना, कहा पहले इंडियन हूं बाद में कुछ और

हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने वाले लोगों के लिए इस इंस्पेक्टर की पहल बहुत ही शानदार है. यह कहानी है कर्नाटक के इंस्पेक्टर कालीमिर्ची की, जो मुस्लिम होकर भी खुद गणपति जी की मूर्ति लेकर आए और स्टेशन में गणेश स्थापना की.

Police Inspector J M Kalimirchi  (Photo: Facebook) Police Inspector J M Kalimirchi (Photo: Facebook)
हाइलाइट्स
  • इस समय सांप्रदायिक सद्भाव समय की जरूरत है

  • हिंदू त्योहारों में भाग लेने से कभी नहीं हिचकिचाते है कालीमिर्ची

आजकल हर दूसरे दिन धर्म के नाम पर हो रही हिंसा की खबरें हम सुनते हैं. लेकिन इस बीच कई ऐसे उदाहरण सामने आते हैं जो मन में एकता की आस को बनाए रखते हैं. कर्नाटक में हुबली के गोकुल रोड पुलिस स्टेशन में कुछ ऐसा ही देखने को मिला. 

इस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक जे एम कालीमिर्ची, गणेश चतुर्थी के मौके पर भगवा टोपी पहनकर खुद गणेशजी की मूर्ति को लेकर आए और स्टेशन में मूर्ति की स्थापना कराई. यह बात दिलचस्प इसलिए है क्योंकि इंस्पेक्टर कालीमिर्ची धर्म से मुस्लिम है. 

फैला रहे हैं धार्मिक सद्भाव
यह पहली बार नहीं है जब इंस्पेक्टर कालीमिर्ची को ऐसा करते देखा गया है. 2021 में भी वह अपने थाने में गणेश स्थापना के लिए सबसे आगे थे. धार्मिक सद्भाव फैलाने के उनके इस कार्य की प्रशंसा हर तरफ से की गई थी. 

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, इंस्पेक्टर कालीमिर्ची ने कहा कि इस समय सांप्रदायिक सद्भाव समय की जरूरत है और वह हिंदू त्योहारों में भाग लेने से कभी नहीं हिचकिचाते है. उनका कहना है कि वह जन्म से मुसलमान हैं लेकिन जब ड्यूटी के लिए अपने घर से निकलते हैं तो सिर्फ एक भारतीय होते हैं और कुछ भी नहीं.

यहां तक कि स्थानीय लोगों की मांग पर उन्होंने अपने पुलिस स्टेशन के पास एक मंदिर के निर्माण का नेतृत्व किया था और हाल ही में, उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर मोमबत्ती बनाने वाली एक फैक्ट्री में फंसे श्रमिकों को बाहर निकाला. इस फैक्ट्री में आग लग गई थी. 

बचपन से देखा है हिंदू-मुस्लिम का भाईचारा
कालीमिर्ची कोप्पल जिले के एक छोटे से मुंगर गांव से आते हैं, जहां हिंदू और मुसलमान दोनों मिलकर गणेश उत्सव मनाते हैं. उन्होंने हमेशा से धार्मिक सद्भाव देखा है. इसलिए किसी भी त्योहार को मना लेते हैं. उनके गांव में पीढ़ियों से हिंदुओं को दरगाह परंपराओं का पालन करते देखा जाता है. कई मुसलमान हैं जो मंदिरों में जाते हैं और वार्षिक मेले में भाग लेते हैं. उत्तरी कर्नाटक के कई हिस्सों में मंदिर के रथ को दोनों समुदायों के लोग खींचते हैं.

कालीमिर्ची का कहना है कि हम सभी भाई हैं और सद्भाव में रहना हमारी जरूरत है. स्टेशन प्रमुख के रूप में उमकी नियुक्ति से सभी कर्मचारी खुश हैं.