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मात्र 13 साल की उम्र में एक स्टार्टअप का CTO है यह छात्र, दूसरे बच्चों के लिए बना रहे हैं Educational Kits ताकि आसान हो पढ़ाई

कहते हैं कि काबिलियत उम्र की मोहताज नहीं होती और इस बात को सच साबित कर रहे हैं केरल के 13 वर्षीय छात्र उदयशंकर. इतनी सी उम्र में वह अपना खुद का स्टार्टअप चला रहे हैं और बच्चों के लिए शिक्षा को आसान बना रहे हैं.

Udayshankar R (Photo: Facebook) Udayshankar R (Photo: Facebook)
हाइलाइट्स
  • 7 साल की उम्र में रोबोटिक्स सीखने की शुरुआत 

  • 13 साल की उम्र में दूसरों को सिखा रहे हैं शिक्षा के आसान तरीके

केरल में कोच्चि में रहने वाले उदयशंकर आर अभी महज 13 साल के हैं. लेकिन अपनी उपलब्धियों से इस बच्चे ने साबित किया है कि आप बड़ी चीजों के लिए कभी भी छोटे नहीं होते. नालंदा पब्लिक स्कूल, थम्मनम में कक्षा 8 के छात्र, उदयशंकर एक स्टार्टअप, उरव एडवांस्ड लर्निंग सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के चीफ टेक्नोलॉजी अफसर (सीटीओ) हैं. 

साल 2020 में अपने पिता की मदद से उन्होंने स्टार्ट-अप की स्थापना की और इसके सीटीओ के रूप में काम करने लगे. उदय बच्चों के लिए STEAM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स और मैथ) शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. वह दूसरे बच्चों के लिए STEAM विषयों को मज़ेदार और आसान बना रहे हैं. इस काम उनकी मदद उनके डेंटिस्ट पिता, डॉ रवि कुमार और इंजीनियर मां, श्रीकुमारी वी कर रहे हैं.

7 साल की उम्र में की शुरुआत 
उदय का स्टार्ट-अप इन विषयों को पढ़ाने के लिए स्कूलों से अलग और आसान तरीके सिखाता है. उदय ने इस काम की शुरुआत 7 साल की उम्र से की. जब वह 7 साल के थे तो एक बार छुट्टियों के दौरान, उनकी माँ ने उन्हें व्यस्त रखने के लिए खेल या रोबोटिक्स चुनने को कहा. और उदय ने रोबोटिक्स सीखने का फैसला किया. 

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें हमेशा से तकनीक में दिलचस्पी थी. खेल और अन्य उपयोगी उपकरणों को विकसित करने वाले लोगों के वीडियोज ने उन्हें प्रेरित किया. साथ ही, वह समाज की भलाई के लिए काम करना चाहते हैं. अगर वह रोबोट विकसित करें तो यह कई लोगों के लिए उपयोगी होना चाहिए. उदय ने एजुकेशनल किट्स की क्षमता को पहचाना. और उन्होंने एक कंपनी शुरू करने का फैसला किया ताकि उनका नवाचार बहुत से लोगों तक पहुंच सकें. 

YouTube पर भी हैं उदय 
दयशंकर के स्टार्ट-अप ने एक इन्फ्रारेड तापमान गन और पोर्टेबल सैनिटाइज़र डिस्पेंसर विकसित किया है. उनका कहना है कि एजुकेशनल किट्स को असेंबल करने के लिए कोडिंग जानना जरूरी है. वह कोडिंग सीखाने के लिए ऑनलाइन क्लास लेते हैं, ताकि अन्य बच्चे मजेदार तरीके से STEAM सीख सकें. उनका 'यूराल्स टेक्नोलॉजीज' नाम से एक YouTube चैनल भी है.

इस चैनल पर वे नए आविष्कारों और अन्य प्रयोगों के लिए Arduino बोर्ड्स का उपयोग करने का तरीका साझा करते हैं. वह दुनिया के सबसे कम उम्र के लोगों में से एक प्रमाणित पायथन प्रोग्रामर भी हैं. मात्र 13 साल की उम्र में उन्होंने पीसीएपी परीक्षा पास की है. 

बना रहे हैं गेम्स भी 
उदयशंकर का कहना है कि वह नहीं चाहते थे कि उनका स्टार्ट-अप सिर्फ एजुकेशनल किट के बारे में हो. उन्होंने एंड्रॉइड और एमआर/वीआर प्लेटफॉर्म पर गेम डेवलप करने के लिए सी# सीखी है. उन्होंने अब तक अपने ऑगमेंटेड रियलिटी JioGlass पर Jio Tesseract के लिए तीन गेम विकसित किए हैं. उन्होंने खेती, कोरोनावायरस के विकास और यहां तक ​​कि डेंटल ट्रीटमेंट पर भी गेम तैयार किए हैं.