
आज संसद में भारत का वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश किया जाएगा. इस बजट को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. आम बजट से मध्यम वर्ग को काफी उम्मीदें है. विशेष तौर पर नौकरीपेशा लोगों को. नौकरीपेशा लोग उम्मीद कर रहे हैं कि टैक्स स्लैब में बदलाव किए जाएंगे जिससे उन्हें थोड़ी राहत मिलेगी.
टैक्स की जब बात आती है तो सबसे पहले इनकम टैक्स याद आता है. और इसको बचाने के लिए लोग कई प्रकार के तरीके भी अपनाते हैं. साथ ही इसके अलावा कई अन्य चीज़ों पर भी टैक्स लगता है. लेकिन इस खबर में हम आपको कुछ ऐसे टैक्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आपने शायद कभी सुना भी नहीं होगा. और जब आज आपको उनके बारे में पता लगेगा जो आप भी कहेंगे कि शुक्र है कि यह भारत में लागू नहीं होता.
शादी से बचता आपका टैक्स
आज भारत में कई ऐसे युवा है जो शादी करना नहीं चाहते हैं. या फिर वह शादी थोड़ा लेट करना चाहते हैं. तो उनके लिए बता दें कि अगर आप एक समय में रोम या इटली के निवासी होते तो आपको इस निर्णय टैक्स देना पड़ता. दरअसल नौवीं सदी में रोम के राजा ने कुंवारों पर टैक्स लगा दिया था. लेकिन इसका मकसद क्या था आखिर? असल में यह टैक्स केवल शादी को बढ़ावा देने के लिए लगाया गया था. इसके अलावा अगर आपने शादी कर भी ली और आपके बच्चे नहीं हैं, तो फिर दोबारा आपको टैक्स देने के लिए तैयार रहना पड़ता.
धार्मिक आस्था ना रखने पर टैक्स
कई लोग होते हैं जो केवल कर्म पर विश्वास रखते हैं. वह धर्म से जुड़ी चीज़ों में कम दिलचस्पी रखते हैं या फिर धर्म को मानते ही नहीं. साथ ही इंसानी शरीर में आत्मा निवास करती है या नहीं, इस बात पर भी सवाल उठाते हैं. तो उनके लिए बता दें कि रूस के राजा पीटर द ग्रेट ने 1718 ने एक ऐसा टैक्स लगाया था, जिसको सुन आप हैरान हो जाएंगे. दरअसल इस टैक्स को उन लोगों पर लगाया गया जिनका यह मानना होता था कि आत्मा नाम की कोई चीज़ होती ही नहीं है.
सेक्स पर टैक्स
क्या कभी सोचा जा सकता है कि किसी को सेक्स करने के लिए भी टैक्स देना पड़ सकता है. अगर आपका विचार में इंकार है तो आपकी जानकारी को अपडेट करक देते है. दरअसल अमेरिका के रोड आइलैंड में डेमोक्रेटिक स्टेट लेजिस्टेटर बर्नार्ड ग्लैडस्टोन ने हर सेक्सुअल इंटरकोर्स करने पर 2 डॉलर का टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन इसको लागू नहीं किया गया. लेकिन साल 2004 में जर्मनी में लागू किए गए एक टैक्स नियम के अनुसार प्रॉस्टिट्यूट्स पर प्रति माह 150 यूरो का टैक्स लगाया गया.
शरीर ढकने पर टैक्स
आपको क्या लगता है कि अजीब टैक्स केवल विदेश में ही लगाए गए, तो आप गलत है. दरअसल 19वीं शताब्दी में केरल के त्रावणकोर में निचली जाति की महिलाओं पर स्तन ढकने के लिए टैक्स लगाया गया था.