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Social Bullying: क्या है Social Bullying? कैसे रख सकते हैं अपने बच्चों को सुरक्षित

Social Bullying: सोशल बुलीइंग को रिलेशनल बुलीइंग या अग्रेशन के रूप में भी जाना जाता है. इसमें किसी की सोशल इमेज या रिलेशन को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर परेशान किया जाता है या धमकाया जाता है.

Social Bullying Social Bullying
हाइलाइट्स
  • सामने वाले को पहुंचाया जाता है नुकसान 

  • सोशल बुलीइंग के हैं कई उदाहरण

आजकल स्कूलों में बच्चे अच्छी और बुरी दोनों आदतें सीख रहे हैं. ज्यादातर मां-बाप सोशल बुलीइंग (Social Bullying) को लेकर परेशान हैं. बच्चे बदमाशी या जिसे हम बुलीइंग भी कहते हैं, में कभी-कभी इतने आक्रामक हो जाते हैं कि वे भूल जाते हैं कि सामने वाले के साथ वे कैसा व्यवहार कर रहे हैं. दूसरे व्यक्ति को डराना, चोट पहुंचाना या दुर्व्यवहार करना आम हो गया है. बुलीइंग कई अलग-अलग तरह से की जाती है, जैसे शारीरिक बुलीइंग, ऑनलाइन बुलीइंग और सोशल बुलीइंग (Social Bullying).
 
सोशल बुलीइंग, जैसा कि नाम से भी पता चलता है, एक सोशल फॉर्म है. इससे किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा और रिश्तों को प्रभावित किया जा सकता है. लोग ऑफिस, स्कूल या दूसरी जगहों पर, साथ ही ऑनलाइन भी दूसरों को सोशल रूप से धमका सकते हैं. सोशल बुलीइंग बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकती है.

सामने वाले को पहुंचाया जाता है नुकसान 

सोशल बुलीइंग को रिलेशनल बुलीइंग या अग्रेशन के रूप में भी जाना जाता है. इसमें किसी की सोशल इमेज या रिलेशन को नुकसान पहुंचाने के मकसद से जानबूझकर परेशान किया जाता है या धमकाया जाता है. इसमें लोगों के सामने प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जाता है. इसका शिकार ज्यादातर बच्चे हो रहे हैं. हालांकि, कई बार घरों में बच्चे ये सब बता नहीं पाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बच्चे के हाव-भाव को बारीकी से देखें और उसके किसी भी तरह के व्यवहार को नजरअंदाज न करें. 

सोशल बुलीइंग के उदाहरण

सोशल बुलीइंग अलग-अलग रूपों में होती है, जिसमें अफवाहें फैलाना, अपमानजनक शरारतें करना, किसी की नकल करना या उसका मजाक उड़ाना और ग्रुप की एक्टिविटी से व्यक्ति को बाहर करना शामिल है. ये व्यवहार, चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. क्योंकि के स्टडीज के मुताबिक सोशल बुलीइंग कहीं न कहीं बच्चों की मेंटल हेल्थ को खराब करने का काम कर रही है. इससे उनका आम जीवन भी प्रभावित हो रहा है. 

सोशल बुलीइंग का जवाब कैसे दें?

बच्चे और वयस्क समान रूप से सोशल बुलीइंग के शिकार हो सकते हैं. ऐसे में खुद एक्टिव रहना और सामने वाले की हरकतों का जवाब देने के लिए आपको तैयार रहना चाहिए. ऐसे में तुरंत दखल देना जरूरी है, और ऑडियंस भी शांतिपूर्वक बातचीत को सुनकर उस व्यवहार की निंदा कर सकते हैं. साथ ही कोशिश करें कि जितना हो सके बुलीइंग का अनुभव करने वालों के लिए, बुलीइंग करने वालों से दूरी बनाए रखें. अगर कोई ऐसा कर रहा है तो उसे रिकॉर्ड करके उसकी रिपोर्ट करें. ऐसे में वह व्यक्ति आगे के लिए चौकन्ना हो जाएगा.