केरल का कोझिकोड शहर अब सिटी ऑफ लिटरेचर कहलाएगा. ये खिताब यूनेस्को ने दिया है. वर्ल्ड सिटीज डे के मौके पर ये खिताब दिया गया है. यह भारत का पहला ऐसा शहर है जिसे सिटी ऑफ लिटरेचर का खिताब दिया गया है. कोझिकोड शहर ने 55 दूसरे शहरों के साथ इस लिस्ट में जगह बनाई है.कोझिकोड निगम की मेयर, बीना फिलिप ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है. सिटी ऑफ लिटरेचर का खिताब मिलने का कारण पिछले दो साल की मेहनत को बताया है.
अलग-अलग साहित्यिक समारोहों की करता रहता है मेजबानी
कोझिकोड को अलग-अलग साहित्यिक समारोहों और कार्यक्रमों की मेजबानी करने के अपने समृद्ध इतिहास के लिए जाना जाता है. इसमें प्रसिद्ध केरल साहित्य महोत्सव भी शामिल है. यह यूनेस्को सम्मान न केवल शहर की साहित्यिक विरासत को मान्यता देगा बल्कि ये प्रमाण भी है कि ये शहर अपने साहित्य और संस्कृति को लेकर काम कर रहा है.
55 शहरों की है लिस्ट
वर्ल्ड सिटी डे के मौके पास यूनेस्को के डायरेक्टर जनरल ऑड्रे अजोले ने आधिकारिक तौर पर ये लिस्ट जारी की थी. यूनेस्को ने इसमें 55 शहरों के नाम दिए हैं. इसमें जिसमें बुखारा (शिल्प और लोक कला), कैसाब्लांका (मीडिया कला), चोंगकिंग (डिजाइन), काठमांडू (फिल्म), रियो डी जनेरियो (साहित्य), और उलानबटार (शिल्प और लोक कला) शामिल हैं.
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क अब एक सौ से अधिक देशों में 350 शहरों को शामिल किया जाता है. इसमें 7 क्रिएटिव फील्ड का प्रतिनिधित्व किया जाता है. इन फील्ड में क्राफ्ट्स एंड फोक आर्ट, डिजाइन, फिल्म, गैस्ट्रोनॉमी, लिटरेचर, मीडिया आर्ट्स एंड म्यूजिक शामिल हैं. ये सभी शहर जलवायु परिवर्तन, बढ़ती असमानता और शहरीकरण के कारण बढ़ रही समसामयिक चुनौतियों का सामना करने के लिए मौजूदा नेटवर्क सदस्यों के साथ सहयोग करेंगे.