जब कोई कड़ी मेहनत से अपने जीवन का सपना पूरा करता है, तो यह सभी के चेहरे पर मुस्कान ला देता है. ऐसा ही कुछ हुआ है एक युवा एंटरप्रेन्योर कृष्णा अरोड़ा के साथ. 25 साल के इस भारतीय उद्यमी ने रोल्स रॉयस घोस्ट कार खरीदी है. अब वह खुद के कमाए पैसों से रोल्स रॉयस खरीदने वाले सबसे युवा भारतीय बन गए हैं. कृष्णा अरोड़ा एक सफल उद्यमी, नेटवर्क मार्केटर, लीडरशिप कोच और मोटिवेशनल स्पीकर हैं. वह 'अचीवर्स क्लब' के फाउंडर भी हैं.
यूट्यूब पर शेयर किया खास पल
कृष्णा ने अपनी रोल्स रॉयस डिलीवरी का खास पल अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया. व्लॉग की शुरुआत 4.5 साल पहले किए गए उनके उस संकल्प को दिखाते हुए होती है, जिसमें उन्होंने 2024 में Rolls Royce खरीदने का सपना देखा था. डिलीवरी इवेंट को 4 महीने तक प्लान किया गया और यह दुबई में आयोजित किया गया. व्लॉग में दिखाया गया कि कार की डिलीवरी के दौरान उनके माता-पिता उनके साथ थे. कार को दुबई की 'सीवी ऑटोमोबाइल्स'( CV Automobiles) नाम के प्रीमियम यूज्ड कार डीलरशिप से खरीदा गया है.
रोल्स रॉयस घोस्ट की झलकियां
कृष्णा की रोल्स रॉयस घोस्ट काले रंग की बॉडी और नारंगी इंटीरियर के साथ है. इसके अलावा, इसमें आइकॉनिक स्टारलाइट हेडलाइनर और सबसे खास बात तो यह है कि इस कार में उनके नाम का कस्टम बैज भी लगा है, जो इस कार को उनके लिए खास बनाता है.
कृष्णा का मोटिवेशनल संदेश
अपने व्लॉग में कृष्णा ने अपने दर्शकों को प्रेरित करते हुए कहा कि अगर वह ऐसा कर सकते हैं, तो कोई भी कर सकता है. उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से सफलता पाई जा सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि केवल मेहनत दोहराने से नहीं, बल्कि अपने प्रयासों को दोगुना करने से ही फाइनेंशियल आजादी हासिल की जा सकती है.
रोल्स रॉयस घोस्ट की विशेषताएं
रोल्स रॉयस घोस्ट में 6.6-लीटर टर्बोचार्ज्ड V12 इंजन है, जो 563 hp और 850 Nm का टॉर्क जनरेट करता है. इसमें रियर-व्हील ड्राइव लेआउट और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन है. इसकी प्रमुख डिज़ाइन विशेषताओं में बड़ी ग्रिल, LED लाइटिंग और 'स्पिरिट ऑफ एक्स्टेसी' शामिल हैं. नई रोल्स रॉयस घोस्ट की भारत में कीमत 7 करोड़ रुपये से अधिक होती है. लेकिन कृष्णा अरोड़ा की कार दुबई में खरीदी गई है, जहां टैक्स नहीं लगता, वहां इसकी कीमत भारत के मुकाबले कम हो सकती है.
रोल्स रॉयस लेने पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
कृष्णा अरोड़ा की इस उपलब्धि को लेकर इंटरनेट पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं है. जहां कई लोगों ने उनकी मेहनत की तारीफ की, वहीं कुछ ने नेटवर्क मार्केटिंग और इस इंडस्ट्री में फाइनेंशियल आजादी के दावों पर सवाल उठाए. लेकिन, कृष्णा की कहानी न केवल प्रेरणा देती है, बल्कि यह दिखाती है कि सपने साकार करने के लिए कितनी मेहनत और लगन की जरूरत होती है. उनके इस सफर ने साबित किया है कि अगर हौसला हो, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता.