जो लोग घूमना पसंद करते हैं उनकी बकेट लिस्ट में लद्दाख टॉप पर होता है. बर्फ से ढ़के पहाड़ और बर्फ और घाटियों के शानदार नज़ारे सबको अपना बना लेते हैं. हालांकि यात्रा के मुश्किल हिस्सों में से एक है लद्दाख की यात्रा और वहां से आना-जाना. अभी भी लोगों को वहां से आने जाने के लिए अपने व्हीकल का इस्तेमाल करना पड़ता है. या फिर अगर अपनी कोई बाइक या गाड़ी नहीं है तो इसमें बहुत सारी प्लानिंग और बहुत सारी प्री-बुकिंग होती है.
आपको बता दें, अच्छी तरह से निर्मित सड़कों की पहुंच की कमी के कारण, क्षेत्रों में बहुत से स्थान अभी भी यात्रियों की लिस्ट से अनछुए हैं. लेकिन अब ये सब कवर किए जा सकेंगे.
हेलीकॉप्टर सुविधाएं शुरू हो रही हैं
जी हां, पर्यटकों के लिए लद्दाख घूमना आसान बनाने के लिए, अधिकारियों ने अब हेलीकॉप्टर सुविधाएं शुरू की हैं. अब, कोई भी लद्दाख में उड़ सकता है और यात्रा में आने वाली बाधाओं से बच सकता है. वर्तमान की बात करें, तो लद्दाख में हेलीकॉप्टर सेवाएं कारगिल, लेह, ज़ांस्कर, न्यारक, द्रास, लिंगशेड और पदुम के लिए उपलब्ध हैं.
कैसे मिलेगा टिकट?
दो हेलिकॉप्टर जिसमें एमआई-172 और बी-3 पांच सीटर वाला शामिल है उनके टिकटों की उपलब्धता मौसम की स्थिति, यात्रियों की संख्या पर निर्भर करेगी. इसके अलावा इसपर भी कि हेलीकॉप्टर के संचालन को लेकर किसी प्रकार का प्रतिबंध तो नहीं है. यह सर्विस सभी स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगी.
हेलिकॉप्टर यात्रा के लिया क्या होगा जरूरी?
-सभी यात्रियों के पास वैध फोटो पहचान पत्र होना चाहिए
-पीएनआर जनरेट होने के बाद यात्री अपना नाम नहीं बदल सकेंगे
-सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कुछ वजन को लेकर भी प्रतिबंध होंगे
-चॉपर सर्विस की बुकिंग के लिए सरकार की वेबसाइट heliservice.ladakh.gov.in पर लॉग इन कर सकते हैं
-रद्द करने या तारीख में बदलाव के मामले में टिकट के पैसे रिफंड हो जाएंगे.
गौरतलब है कि इस नई पहल से न केवल कुछ क्षेत्रों तक पहुंच आसान होगी, बल्कि लद्दाख में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, यह क्षेत्र में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में भी मदद करेगा.