scorecardresearch

Izharson Perfumers in Lucknow: देशभर में मशहूर हैं 95 साल पुरानी इस दुकान के इत्र, यहां मिलेगी आपको लखनऊ की खुशबू

लखनऊ में 95 साल पुरानी इत्र की दुकान, 'Izharson Perfumers' पर ईद के मौके पर लोगों की भीड़ लगी हुई है. यहां के इत्र देशभर में मशहूर हैं.

Izharson Perfumers in Lucknow Izharson Perfumers in Lucknow
हाइलाइट्स
  • पांच पीढ़ियों की विरासत है यह दुकान

  • लखनऊ के इत्र होते हैं खास

खुलूस ओ मोहब्बत की ख़ुशबू से तर है
चले आएं आप ही का शहर है....

रमज़ान के मुबारक महीने में इबादत कर रहे लोगों को ईद का इंतज़ार है. बाज़ारों की रौनक़ बढ़ गयी है. पर इस बीच पुराने लखनऊ की एक तंग गली में खुशबू यानी परफ़्यूम की सबसे पुरानी दुकान इजहार सन परफ्यूमर्स में भी तैयारी तेज हो गयी है. पांच पीढ़ियों से ‘खुशबू’ का कारोबार कर रही इस दुकान को आप इत्रमहल कह सकते हैं. और इसे अब लखनऊ की एक विरासत के तौर पर भी देखा जाता है. 

पुराने लखनऊ की सबसे पुरानी जगह, चौक में अकबरी गेट के अंदर तंग गली में गाड़ी तक नहीं जा पाती है. पर यहां रोशन है पुरानी यादों और बातों के वे किस्से जो नवाबों के इस शहर को ख़ास बनाते हैं. इसी गली में आपको मिलता है खुशबू का वो खज़ाना. इत्रमहल के बाहर लिखा है, ‘हम लखनऊ को लखनऊ से मिलाते हैं.’ और अंदर जाएंगे तो आप मिलेंगे इमरान अहमद अब्बासी से जो शेर-ओ-सुख़न के ज़रिए आपको अलग-अलग तरह की ख़ुशबू से परिचित कराते हैं. 

दुकान नहीं इत्रमहल है ये

पांच पीढ़ियों की विरासत
इमरान अब्बासी का परिवार पांच पीढ़ी से ख़ुशबू यानी परफ़्यूम का कारोबार करता रहा है. पहले कहीं और उका काम था लेकिन साल 1928 में इस जगह इज़हार अहमद अब्बासी ने ये दुकान शुरू की. तब से अब तक इत्र के कारोबार का हर दौर इस दुकान ने देखा है. यहां परम्परागत गुलाब, मोगरा, बेला,जूही, खस के परफ़्यूम ही नहीं बल्कि ऐसी ख़ुशबू भी मिलेगी जो सिर्फ़ यहीं तैयार होती है, जैसे मिट्टी की ख़ुशबू, जिसे लगाने से आपको गर्मी में ठंडक की तासीर मिलती है तो कई हर्ब्स से तैयार ऐसी परफ़्यूम जिनके औशधीय गुण हैं. 

दिलचस्प बात यह है कि लखनऊ शहर की ही नहीं देश की नामचीन हस्तियां भी यहां के इत्र का प्रयोग कर चुकी हैं. लालकृष्ण आडवाणी जैसे वयोवृद्ध राजनेता से लेकर आयुष्मान खुराना जैसे अभिनेता तक की तस्वीरें इज़हार सन्स के इस ख़ूबसूरत सफ़र की गवाह हैं. यहां आज भी अलग-अलग मिश्रण से नई-नई क़िस्म के परफ़्यूम बनाने का प्रयोग जारी है. 

सालों पुराना इत्रदान

लखनऊ के परफ्यूम हैं खास
दरअसल, इमरान कहते हैं कि लखनवी परफ़्यूम की एक विशेषता ये है कि इसकी ख़ुशबू बहुत तेज़ नहीं होती. पर इसका असर देर तक रहता है. यानी लखनऊ की नज़ाकत और नफ़ासत को इन ख़ुशबुओं में भी महसूस किया जा सकता है. यहां कई ऐसे ख़रीदार हैं जो पीढ़ियों से आ रहे हैं. जहां परफ़्यूम की दुकानों में लोग अपनी पसंद के हिसाब से परफ़्यूम लेते हैं. 

वहीं, यहां लोग परफ्यूम पसंद और इनके औषधीय गुण को देख कर भी ख़रीदते हैं. ईद पर ख़ुशबू यानी परफ़्यूम की ख़रीदारी का ख़ास महत्व है. इसके अलावा देशी परफ़्यूम के वर्षों पुराने इत्रदान भी यहां देखा जा सकता है.