
सामूहिक विवाह का आयोजन करना एक बेहद ही नेक काम है. यहां गुजरात और देश के अन्य राज्यों में सामूहिक विवाह का आयोजन कई बार होता है. इससे समाज के विशेष वर्ग या समुदाय को सहायता मिलती है लेकिन राजकोट में आज चौंकाने वाला किस्सा सामने आया है. यहां पर सामूहिक विवाह के दिन जब दूल्हा-दुल्हन के परिवार और बाराती पहुंच गए तो आयोजक ही फरार हैं.
राजकोट के माधापार चौकड़ी के पास आयोजित सर्वजातीय सामूहिक विवाह के आयोजकों के विवाह समारोह के दौरान गायब हो जाने और विवाह स्थल पर कोई व्यवस्था न होने के कारण दूल्हा-दुल्हन और उनके परिवार दुविधा में फंस गए थे.
इसकी वजह से हल्ला मच गया. राजकोट के अलावा आसपास के जिलों से भी लोग शादी करने पहुंचे थे. लेकिन यहां कोई व्यवस्था नहीं थी और आयोजक भी गायब थे जिसके कारण जैसे ही बाराती वापिस लौटने लगे तो दुल्हनें रोने लगीं.
पुलिस को संभालना पड़ा मोर्चा
जब परिवार वालों ने हंगामा किया तो राजकोट पुलिस मौके पर पहुंची और मानवीय रुख अपनाते हुए विवाह समारोह संपन्न कराने की जिम्मेदारी ली. डीसीपी और एसीपी समेत राजकोट पुलिस स्टाफ ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और लोगों ने तालियां बजाईं. इसके बाद वहां राजकोट पुलिस जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए.
पुलिस के साथ-साथ राजकोट के सामाजिक नेता भी आगे आए. उन्होंने दुल्हन को दिए जाने वाले शादी के सामान की व्यवस्था की. दूसरी ओर पुलिस के कहने पर सामाजिक संगठनों ने भी भोजन की तत्काल व्यवस्था की. राजकोट के माधापार चौकड़ी के पास एडीबी होटल के सामने मैदान में ऋषिवंशी समाज के नाम पर सभी जातियों की 28 लड़कियों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया.
परिजनों से भी ली गई धनराशि, जांच जारी
इस सामूहिक विवाह के लिए सभी परिवारों से 15-40 हज़ार रुपये तक की धनराशि ली गई थी. हालांकि शादी के दिन जब सुबह से ही परिवार के लोग पहुंचे तो कोई भी आयोजक मौजूद नहीं था. इससे उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई.
समारोह में जिन लोगों की शादियां रुकी हुई थीं, उनकी शादियां संपन्न कराने की कवायद शुरू की गई. पुलिस ने कहा कि अभी उनकी प्राथमिकता शादी की प्रक्रिया पूर्ण कराना था. जांच के बाद आयोजकों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की जाएगी.