बिहार के सहरसा के एक युवक की शादी अनोखी दास्तां बन गई है. जर्मनी की रहने वाली मार्था ने सहरसा के पटुआहा के चैतन्य से मिथिला की रीति-रिवाज संग शादी की है. मार्था का पूरा परिवार इस शादी का गवाह बना.अब इस शादी की चर्चा हर कहीं हो रही है. दोनों ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार शादी की है.
दोनों के परिवार रहे शादी में मौजूद
दरअसल, युवक-युवती दोनों जर्मनी में साथ पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. वहीं से दोनों के बीच प्यार परवान चढ़ा. और फिर दोनों ने भारत आकर शादी कर ली. बताते चलें, 28 नवंबर को जर्मनी की युवती ने हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार सहरसा के युवक से शादी की. युवती की मां पोलैंड की रहने वाली है. शादी में जर्मनी की लड़की की मां, बहन के अलावा एक रिश्तेदार भी मौजूद थे.
जर्मनी पढ़ने गया था चैतन्य
सहरसा के पटुआहा गांव का रहने वाला चैतन्य जर्मनी पढ़ाई करने गया था. दोनों जर्मनी में एक साथ पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे. दूल्हे के परिवार वालों ने बताया कि चैतन्य ने शुरुआती पढ़ाई सहरसा में की. उसने शिलांग से बीटेक की और उसके बाद मास्टर करने बेल्जियम चला गया. फिर वहां से पीएचडी करने जर्मनी गया. वहीं उसकी मुलाकात मार्था से हुई और फिर यह मुलाकात प्यार में बदल गया.
मिथिला रीति रिवाज से हुई शादी
मार्था हिंदी बोलना नहीं जानती, फिर भी मिथिला रीति रिवाज से शादी को तैयार हो गई और यहां के परंपरा के अनुसार ही शादी की. चैतन्य के परिवार वालों ने बताया कि मार्था ने कहा है कि वह दो-तीन महीने में हिंदी भी सीख जाएगी. शादी के समय दुल्हन ने वादा किया कि वह दो से तीन महीने में हिंदी सीख लेगी. युवती को अंग्रेजी, जर्मनी समेत 8 भाषाएं आती हैं.
जब दोनों ने अपने परिवार वालों को इस बारे में बताया तो दोनों के परिजन ने शादी की रजामंदी दे दी. बता दें कि मार्था पोलैंड की रहने वाली ओरलोवास्का की पुत्री है.
(धीरज कुमार सिंह की रिपोर्ट)