मास्टर शेफ इंडिया का सातवां सीजन सोनी टीवी पर चल रहा है. शो में देश के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों ने हिस्सा लिया है. इस शो को शेफ रणवीर बरार, विकास खन्ना और गरिमा अरोड़ा जज कर रहे हैं. सभी कंटेस्टेंट्स भी एक से बढ़कर एक हैं और एक-दूसरे को अच्छी टक्कर दे रहे हैं.
इन प्रतियोगियों में कई ऐसे लोग भी हैं जो बहुत सी परेशानियों का सामना करके अपने पैशन को जीने आए हैं. ऐसे ही एक प्रतियोगी हैं विनीत यादव. उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ताल्लुक रखने वाले विनीत बहुत ही साधारण घर-परिवार से हैं. उनके पिता इलेक्ट्रिक लाइनमैन हैं. उन्होंने शायद ऐसी डिशेज कभी देखी भी नहीं हैं जो मास्टर शेफ में वह बना रहे हैं.
12 साल की उम्र से कर रहे हैं कुकिंग
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, विनीत ने खाना बनाना शौक में नहीं बल्कि मजबूरी में शुरू किया. दरअसल, जब वह 12 साल के थे तो उनकी मां को पैरालिसिस हो गया था. ऐसे में, विनीत ने बहुत छोटी उम्र में ही खाना पकाना शुरू किया. घर में पैसे की तंगी थी तो इसलिए वह पार्ट टाइम काम भी करने लगे.
आज 24 साल के विनीत लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. साथ ही, बतौर मेहंदी और मेकअप आर्टिस्ट काम करते हैं ताकि अपने परिवार को सपोर्ट कर सकें. विनीत के लिए अब खाना बनाना उनकी मजबूरी नहीं बल्कि पैशन बन चुका है.
लखनवी खाने को देते हैं इंटरनेशनल ट्विस्ट
विनीत ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें जब कुकिंग में दिलचस्पी आने लगी तो उन्होंने अलग-अलग खाने के बारे में पढ़ना शुरू किया. धीरे-धीरे उन्होंने एक्सपेरिमेंट्स करने शुरू किए और अपने ही अंदाज में खाना पकाने लगे. बहुत से लोग उनका मजाक भी बनाते थे कि लड़के होकर वह कुकिंग और मेहंदी जैसी आर्ट करते हैं.
लेकिन विनीत किसी की नहीं सुनते. क्योंकि वह भारतीय खाने को विदेशों में पॉपुलर करना चाहते हैं. और इसी सोच के साथ वह मास्टर शेफ पहुंचे. यहां पर उन्हें उनकी पाक कला के साथ-साथ प्लेट का प्रेजेंटेशन करने के लिए भी सराहा जा रहा है. उम्मीद है कि विनीत मास्टर शेफ में काफी आगे तक जाएं.