भगवान श्रीकृष्ण और कारागार यानी कि जेल का अहम रिश्ता रहा है. कान्हा जी का जन्म कारागार में हुआ था. उनके माता-पिता को सालों तक कंस ने कारागार में रखा था. और आज एक बार फिर श्रकृष्ण की नगरी मथुरा में कारागार चर्चा में है.
मथुरा जेल में रहने वाले कुछ बंदियों ने भगवान की पोशाक बनाने का काम शुरू किया है. दिलचस्प बात यह है कि पोशाक बनाने वाले ये कैदी मुस्लिम हैं. पर कहते हैं न कि काम का कोई धर्म नहीं होता है. इसी बात का उदाहरण यहां देखने को मिल रहा है.
बनाई जा रही हैं तरह-तरह की पोशाकें
मोहम्मद इरशाद, सेजी, और तसनीम नामक तीन कैदी हत्या के आरोप में पिछले कुछ समय से जेल में सजा काट रहे हैं. इरशाद, पांच लोगों की एक टीम के साथ पोशाकों को डिजाइन करने का काम कर रहा है. यहां पर छोटे लड्डू गोपाल से लेकर भगवान की बड़ी मुर्तियों तक की पोशाक बनाई जा रही है. यहां की पोशाक बृज की प्रसिद्ध बांके बिहारी भगवान तक के लिए भी पहुंची हैं.
जेल अधीक्षक बृजेश कुमार का कहना है गाजियाबाद स्थित एक गैर सरकारी संगठन हरि प्रेम सोसाइटी ने उन्हें 300 पोशाक बनाने का आर्डर दिया था. जो पूरा करके भिजवा दिया. उसके बाद अब उसी कंपनी ने 5000 पोशाक का नया ऑर्डर दिया है. जिस को तैयार करने में यह पांचों कारीगर लगे हुए हैं.
ऐसे मिला आईडिया
बृजेश कुमार से जब पूछा गया यह विचार आपके मन में कैसे आया तो उन्होंने कहा, मथुरा जनपद श्री कृष्ण की जन्मभूमि है. यहां पर लगभग साढे 5,000 मंदिर हैं. जब हम बाहर जाते हैं तो देखते हैं कि भगवान के सुंदर सुंदर वस्त्र बिक रहे हैं. और ग्राहक हर्षोल्लास खरीदते हैं. उससे हमें प्रेरणा मिली.
(मदन गोपाल शर्मा की रिपोर्ट)